भारत समेत पूरी दुनिया में कोरोना वायरस ने कोहराम मचा रखा है। कोरोना से बचाव के लिए अब तक वैक्सीन या दावा नहीं बनाई जा सकी है। हालांकि इस ओर पूरी दुनिया की कोशिश जारी है। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह दो हफ्तों के भीतर इस संबंध में खुशखबरी देंगे। ट्रंप ने कहा कि कोरोना के इलाज के संबंध में मुझे लगता है कि अगले दो हफ्तों में हमारे पास कहने के लिए वास्तव में कुछ बहुत अच्छी खबर होगी। अगले दो हफ्तों में कुछ घोषणाएं होंगी।

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (NIH) ने इससे पहले सोमवार को एक प्रेस रिलीज में कहा था कि अमेरिकी वैज्ञानिकों ने बायोटेक्नॉलोजी कंपनी मॉडर्न द्वारा विकसित संभावित कोरोना वैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल शुरू कर दिया है। करीब 30 हजार वॉलंटियर्स पर वैक्सीन ट्रायल करने की एनआईएच की योजना है।

ऐसा दावा किया जा रहा है कि अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना वैक्सीन लाने के काफी करीब है। मॉडर्ना की वैक्सीन का फाइनल स्टेज ट्रायल शुरू हो गया है। वैक्सीन के ट्रायल में मदद के लिए अमेरिकी सरकार के बायोमेडिकल एडवांस्ड रिसर्च एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (BARDA) ने मॉडर्न कंपनी को अतिरिक्त 472 मिलियन डॉलर दिए हैं। इससे पहले अमेरिकी सरकार ने कंपनी को अप्रैल में 483 मिलियन डॉलर दिए थे। करीब 30 हजार लोगों पर यह पता लगाने के लिए शोध होगा कि यह वैक्सीन कोरोना वायरस से बचाव में कितनी कारगर है।

कहा जा रहा है कि अमेरिका में कोरोना की जिस पहली वैक्सीन का ट्रायल हो रहा है वह वैज्ञानिकों की उम्मीद के अनुसार, लोगों की रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। आमेरिकी सरकार को यह उम्मीद है कि इसके नतीजे साल के आखिर तक सामने आ जाएंगे।

अमेरिका में फिलहाल कोरोना वायरस ने सबसे ज्यादा कोहराम मचा रखा है। अमेरिका में कोरोना की चपेट में आकर मरने वालों की संख्या डेढ़ लाख के पार पहुंच गई है। यह दुनियाभर में मरने वालों की सबसे बड़ी संख्या है। ताजा आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में अमेरिका में कोरोना संक्रमण के 60 हजार से ज्यादा नए केस सामने आए हैं।

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