नागपुर (आईपी न्यूज़)। रविवार, 31 मई की दोपहर 12.30 बजे नागपुर रेलवे स्टेशन पर 01883 सातारा-हावड़ा श्रमिक स्पेशल ट्रेन प्लेटफॉर्म नम्बर-1 पर रूकते ही हलचल बढ़ गयी।

वेस्टर्न कोलफ़ील्ड् लिमिटेड (WCL) के सदस्य बढ़ चले खाने के पैकेट्स और कोल नीर की बोतल के साथ कोच की ओर। सबके चेहरे पर मास्क, हाथों में ग्लव्स और सर पर कैप। न वो हमें जानते-पहचानते हैं न हम उन्हें। फिर भी, भाई-चारा और मानवता का रिश्ता भी हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण पहलू है। सबके चेहरे मास्क से ढंके होने के बावज़ूद आंखों से कहा गया शुक्रिया तो ट्रेन खुलते ही ज़ुबान पर भी आ गया। सभी यात्रियों ने जोर जोर से आवाज़ देकर कहा -आप लोगों का बहुत- बहुत धन्यवाद , सर….

15 मिनट बाद आई 06094 त्रिचूर- मधुबनी श्रमिक स्पेशल ट्रेन।उसमें भी वही हाल।पुरूष,महिलाएं और बच्चे-सभी खिड़की से उम्मीद की नज़रें बाहर टिकाये हुए। उनके हाथों में खाने का पैकेट और कोल नीर की बोतल देते ही एक युवक खुद को रोक नहीं पाया, कौतूहलवश पूछ बैठा- कोयला कम्पनी में आप लोग ई कोल नीर भी बनाते हैं का सर…?

खाने के दो हज़ार डब्बे और कोल नीर की दो हज़ार बोतल उन्हें उपलब्ध कराने के बाद टीम डब्ल्यूसीएल के डीएम गोखले, एके सिंहा, राजीव सिंह, पीके सिंह, एसपी सिंह, विवेक सिंह, टीम मित्र के बाबा ख़ान, नितिन फंदी, रामनरेश रविदास, किरण मोखारे, अक्षय और मध्य रेलवे के कृष्णनाथ पाटिल, वीसी थूल और प्रवीण सहारे ने दोनों ट्रेन में सवार भाई-बहनों को तालियां बजाकर उन्हें शुभ यात्रा कहा।

  • Website Designing