कोरबा (IP News). केन्द्रीय कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी का झारखण्ड और छत्तीसगढ़ राज्य आगमन का कार्यक्रम तय हो गया है। श्री जोशी 30 जुलाई को रांची पहुंचेंगे। इस दौरान वे झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात करेंगे। इस भेंट का मकसद कमर्शियल माइनिंग को लेकर चर्चा करना है। सीसीएल और बीसीसीएल के अधिकारियों के साथ मीटिंग भी होगी। कोयला मंत्री की ओर से केन्द्रीय श्रमिक संगठनों के संयुक्त मोर्चा को वार्ता का आमंत्रण भी गया है, लेकिन संयुक्त मोर्चा ने इसे ठुकरा दिया है।
कोयला मंत्री गुरुवार की शाम 7 बजे रायपुर पहुंचेंगे। रात्रि विश्राम यहां करेंगे। 31 जुलाई की सुबह एसईसीएल के उच्च अधिकारियों के साथ वे मीटिंग करेंगे। रेलवे के साथ भी बैठक होगी। कोयला उत्पादन और रेल काॅरिडोर को लेकर चर्चा की जाएगी। कोयला मंत्री श्री जोशी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ मुलाकात करेंगे। बताया गया है कि यह मुलाकात कमर्शियल माइनिंग को लेकर होगी। दोपहर सवा दो बजे कोयला मंत्री वेबिनार के जरिए मीडिया से मुखातिब होंगे।
यहां बताना होगा कि झारखण्ड और छत्तीसगढ़ दोनों राज्यों में कमर्शियल माइनिंग के तहत नीलामी के लिए चिन्हांकित किए गए 9-9 कोल ब्लाॅक हैं। दोनों ही राज्यों में केन्द्र की भाजपा सरकार की मुखालफत करने वाली सरकारें हैं। झारखण्ड सरकार तो कमर्शियल माइनिंग को लेकर सुप्रीम कोर्ट जा चुकी है। यहां याचिका पर सुनवाई भी शुरू हो चुकी है।
छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने भी हसदेव अरण्य क्षेत्र में आने वाले पांच कोल ब्लाॅक को नीलामी से हटाने की मांग रखी है। इधर, कमर्शियल माइनिंग की नीलामी की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। 14 अगस्त को कोल ब्लाॅक के लिए बोली लगाने टेंडर खरीदी की अंतिम तारीख है। 18 अगस्त को टेक्निकल बिड खुलेगी। कमर्शियल माइनिंग के नीलामी की पूरी प्रक्रिया बगैर किसी बाधा के हो, इसकी कवायद के तहत की कोयला मंत्री का आगमन हो रहा है।