जालंधर. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ के मद्देनजर महामारी अधिनियम के तहत केंद्र सरकार के लॉकडाउन निर्देशों का उल्लंघन करने पर पंजाब सरकार ने फगवाड़ा के पास स्थित लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (एलपीयू) को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। उच्च शिक्षा और भाषा विभाग के अधीक्षक परमजीत सिंह ने एलपीयू को नोटिस जारी कर कहा है कि सरकारी आदेशों का उल्लंघन करने और लगभग 3200 लोगों के जीवन को खतरे में डालने के लिए क्यों नहीं आपके विश्वविद्यालय को जारी किए गए अनापत्ति प्रमाणपत्र को वापस ले लिया जाए।
उधर फिजियोथैरिपी की सेकंड ईयर की छात्रा का कोविड-19 सैंपल पॉजिटिव आने के बाद हेल्थ विभाग की ओर से लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों समेत कुल 1450 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में अब तक 2050 स्क्रीनिंग की हुई चुकी है। यूनिवर्सिटी में शुक्रवार को कुल 25 के सैंपल लिए गए। लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के छात्राओं और वार्ड ब्वाय समेत जिले में 69 सैंपल की रिपोर्ट पेंडिंग थी, जिसमें 32 के करीब विद्यार्थियों समेत अन्यों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इसमें फगवाड़ा से जालंधर रेफर की गई महिला आशा देवी और फगवाड़ा के आइसोलेटेड वार्ड में भर्ती अमरीक सिंह की भी रिपोर्ट निगेटिव है। सीएमओ ने बताया कि अभी एलपीयू ने अन्य छात्राओं और मैनेजर के साथ-साथ काफी लोगों के सैंपल लेने शेष है।
3227 में से अब तक 2050 की स्क्रीनिंग हुई
सीएमओ कपूरथला जसमीत कौर बाबा ने बताया कि एलपीयू में 3227 विद्यार्थियों और अन्य लोगों की स्क्रीनिंग करनी थी। इसमें से शुक्रवार को 2050 की स्क्रीनिंग कर ली गई है। जिले में सिर्फ दो कि रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के मैथ्स ब्वाय समेत छात्राओं के संपर्क में आए कांटेक्ट में 39 के करीब लोगों की पहले ही रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है। अब 32 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। 37 के करीब लोगों की रिपोर्ट आनी शेष है। हेल्थ विभाग ने शुक्रवार को नए 25 विद्यार्थियों और अन्य लोगों की सैंपलिंग की है।
Source . Bhaskar