नई दिल्ली। कोरोना वायरस लॉकडाउन के बीच देश की राजधानी दिल्ली में निजामुद्दीन इलाके में स्थित तबलीगी मरकज में मौजूद कुछ लोगों के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद हड़कंप मचा हुआ है। बताया जा रहा है कि कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच इस धार्मिक समारोह में सैकड़ों लोग मौजूद थे। अब सभी को दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों में ले जाकर भर्ती कराया जा रहा है। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि मरकज बिल्डिंग से 860 लोगों को दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों में शिफ्ट किया गया है, अभी 300 और लोगों को निकाला जाएगा।  सोमवार शाम को मामले के खुलासे के बाद से ही पूरे इलाके को सील कर दिया गया है। बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात कि गए हैं। डीटीसी की बसों से लोगों को चेकअप के लिए अस्पतालों में ले जाया जा रहा है। अब तक 24 लोग संक्रमित पाए गए हैं, जबकि मरकज में शामिल तेलंगाना के 6 लोगों की मौत हो चुकी है। दिल्ली स्वास्थ्य विभाग और विश्व स्वास्थय संगठन की टीम ने इलाके का दौरा किया है। पुलिस ने मरकज के मौलाना के खिलाफ महामारी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
मरकज में तबलीगी जमात कार्यक्रम में शामिल 700 लोगों को क्वारंटाइन किया गया है।
-अंडमान और निकोबार में कोरोना पॉजिटिव टेस्ट होने वाले 10 लोगों में से 9 ने दिल्ली के निजामुद्दीन के मरकज़ में तबलीगी जमात कार्यक्रम में भाग लिया था। इन लोगों में से एक की पत्नी भी बाद में कोरोना पॉजिटिव पाई गई।
इधर, यूपी पुलिस ने बताया है कि राज्य के 157 लोगों की खोज कर ली गई है, जिन्होंने दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज़ में तबलिगी जमात के कार्यक्रम में भाग लिया था।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि हम संख्या के बारे में निश्चित नहीं हैं, लेकिन यह अनुमान है कि 1500-1700 लोग मर्कज भवन में इकट्ठे हुए थे। 1033 लोगों को अब तक निकाला गया है – उनमें से 334 को अस्पताल भेजा गया है और 700 को क्वारंटाइन केंद्र भेजा गया है। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के आयोजकों ने एक गंभीर अपराध किया। आपदा अधिनियम और संक्रामक रोग अधिनियम दिल्ली में लागू किया गया था, जिसके तहत 5 से अधिक लोगों इकट्ठे होने अनुमति नहीं थी। फिर भी उन्होंने ऐसा किया। मैंने उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए लेफ्टिनेंट गवर्नर को लिखा है। दिल्ली सरकार ने एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है।
तेलंगाना में उन छह लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण के कारण मौत हो गई जिन्होंने दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में 13 मार्च से 15 मार्च के बीच धार्मिक सभा में भाग लिया था। दिल्ली में निजामुद्दीन इलाके के मरकज़ में 13 मार्च से 15 मार्च तक एक धार्मिक सभा में भाग लेने वाले कुछ लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण फैल गया है। इसमें कहा गया है कि इस सभा में भाग लेने वालों में तेलंगाना के कुछ लोग भी शामिल थे। बयान में बताया गया है कि जिन छह लोगों की मौत हुई है, उनमें से दो की मौत गांधी अस्पताल में हुई, एक-एक व्यक्ति की मौत दो निजी अस्पतालों में और एक व्यक्ति की मौत निजामाबाद और एक व्यक्ति की मौत गडवाल शहर में हुई। इसमें बताया गया है कि कलेक्टरों के नेतृत्व में विशेष दलों ने मृतकों के संपर्क में आए लोगों का पता लगा लिया है और उन्हें अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
दिल्ली पुलिस और अर्द्धसैनिक बल के जवानों ने कुछ दिन पहले आयोजित एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद कई लोगों में कोरोना वायरस के लक्षण दिखने के कारण सोमवार को निजामुद्दीन पश्चिम में एक प्रमुख इलाके की घेराबंदी कर दी। अधिकारियों ने बताया कि इंडोनेशिया और मलेशिया समेत अनेक देशों के 2000 से अधिक प्रतिनिधियों ने एक से 15 मार्च तक तबलीग-ए-जमात में भाग लिया था। हालांकि स्थानीय लोगों ने कहा कि इस अवधि के बाद भी बड़ी संख्या में लोग जमात के मरकज में ठहरे रहे।

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