मुंबई। कोविड-19 के उपचार के लिए एंटीवायरल दवाओं के परीक्षण में तेजी आने के साथ ही केंद्र सरकार ने अब गिलीड्स की दवा रेमडेसिविर के परीक्षण पर ध्यान केंद्रित किया है। अमेरिकी औषधि नियामक यूएसएफडीए ने हाल में कोरोनावायरस के संक्रमित रोगियों पर इसके इस्तेमाल के लिए मंजूरी दी है। बुनियादी तौर पर रेमडेसिविर को इबोला के उपचार के लिए विकसित किया गया था।

सरकार द्वारा परीक्षण के लिए रेमडेसिविर को यहां उपलब्ध कराए जाने के साथ ही रोगियों पर इसके परीक्षण को लेकर उत्साहित अधिकारियों की दिलचस्पी बढ़ गई है। एक वरिष्ठï सरकारी अधिकारी ने कहा, ‘हमारे डॉक्टर रोगियों पर रेमडेसिविर का प्रयोग कर सकते हैं। हालांकि इसके लिए दवा की उपलब्धता जरूरी है। यह पेटेंटयुक्त दवा है और हमें पता है कि इसे बना भी जटिल है।’

अधिकारी ने कहा कि सरकार उद्योग के साथ बातचीत कर रही है ताकि कंपनियां रोगियों पर इसके क्लीनिकल परीक्षण के लिए सामने आएं। समझा जाता है कि कुछ परीक्षण सरकारी अस्पतालों में किए जाएंगे। डॉ रेड्डïीज लैबोरेटरीज, सिप्ला, जुबिलैंट लाइफसाइंसेज, हेटरो आदि दवा कंपनियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये बातचीत भी की गई है। सरकार अब यह समझने की कोशिश कर रही है कि भारत में इसका उत्पादन शुरू होने में कितना समय लगेगा।

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