प्रधानमंत्री के करीबी उद्योगपति गौतम अडानी ने नवगठित पीएम केयर्स फंड में कोरोना महामारी से लड़ने के लिए भले 100 करोड़ रुपये दान में दे दिए हों लेकिन ऑस्ट्रेलिया में अडानी समूह की खनन गतिविधियों पर स्थानीय समुदायों के COVID-19 के प्रति जोखिम को बढ़ाने के आरोप लग रहे हैं।
एक ऑस्ट्रेलियाई पर्यावरण समूह, फ्रंटलाइन एक्शन ऑन कोल ने दावा किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी और शक्तिशाली भारतीय औद्योगिक घराने द्वारा संचालित की जा रही अडानी माइनिंग कार्मिकेल माइन साइट पूरे जोरों पर चल रही है, एक ऐसे समय में जबकि COVID-19 संकट के चलते ऑस्ट्रेलियाई राज्य अपनी सीमाओं को बंद कर रहे हैं, कई राज्य तो सब कुछ बंद करके केवल सुपरमार्केट और फ़ार्मेसी को ही खोले रखने की वकालत कर रहे हैं।
आस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड राज्य स्थित इस समूह ने अडानी ग्रुप के खिलाफ़ आरोप लगाते हुए कहा- “लंबी दूरी की यात्रा करके काम करने के लिए खनन साइट पर पहुँचने वाले खननकर्मी खुद अपने और COVID-19 संकट का सामना कर रहे स्थानीय समुदायों के लिए जोखिम बढ़ा रहे हैं।”
मेलबर्न स्थित साउथ एशिया टाइम्स ने एनजीओ के हवाले से कहा है कि, “वैश्विक महामारी के बीच अडानी ऑस्ट्रेलिया द्वारा अपने सारे कामकाज चालू रखने के फैसले ने खनन कर्मचारियों के साथ स्थानीय समुदाय के स्वास्थ्य और सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है।”
संबंधित नागरिक, जिन्होंने इन कामकाज को पुरजोर चलते देखा था, उनका हवाला देते हुए मीडिया विज्ञप्ति में कहा गया है कि उन्होंने पाया है कि अडानी “उचित प्रोटोकॉल का पालन नहीं कर रहे थे”। अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए वो बताते हैं, “उन्हें उचित दूरी बनाकर रखने के लिए उनके कहने के बावजूद भी, अडानी के कर्मचारी सार्वजनिक सड़कों पर दो मीटर के दायरे के भीतर चल रहे थे।”
फ्रंटलाइन एक्शन ऑन कोल के प्रवक्ता एमी बूथ, शारीरिक दूरी की आवश्यकता, जिसमें यात्रा न करना भी शामिल है, पर बल देने का समर्थन करते हुए चिंता जताते हैं। एक ऐसे क्षेत्र में जहाँ अभी COVID-19 अभी तक प्रचलित नहीं है, अडानी द्वारा अपने कर्मचारियों और ठेकेदारों को लंबी दूरी की यात्रा जारी रखने के लिए प्रोत्साहित करना खतरनाक और असुरक्षित है और ज़रूरी शारीरिक दूरी को बनाए रखने के स्वास्थ्य अधिकारियो के उस आग्रह के  बिल्कुल उलट है जिसे स्वास्थ्य अधिकारी लोगों से मेंटेन करके रखने की अपील कर रहे हैं।

 

 

Source : MEDIAVIGIL

  • Website Designing