कोलकाता। एक तरफ ममता बनर्जी ने बंगाल की सत्ता में 9 साल पूरे किए हैं तो दूसरी तरफ राज्य में मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने बुधवार को ‘आर नोई ममता’ (और नहीं ममता) कैंपेन की शुरुआत करते हुए लोगों से अपील की है कि सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस को 2021 विधानसभा चुनाव में उखाड़ दिया जाए।

बीजेपी ने इस कैंपेन को ऐसे समय में लॉन्च किया है कि जब दक्षिण बंगाल के अधिकतर हिस्से अम्फान तूफान के बाद स्थिति सामान्य नहीं हो पाई है। ममता बनर्जी सरकार इस समय तीन मोर्चे पर चुनौतियों का सामना कर रही हैं। एक तरफ कोविड-19 को रोकना है, दूसरी तरफ बड़ी संख्या में राज्य में लौट रहे प्रवासी मजदूरों के लिए व्यवस्था करनी है तो तीसरी चुनौती राज्य के कई हिस्सों में तूफान के बाद उजड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर को दोबारा ठीक करना है।

बीजेपी ने बुधवार को 57 सेकेंड का एक वीडियो क्लिप जारी किया जिसमें ममता सरकार को हटाने की अपील की गई है और #AarNoiMamata हैशटैग ट्विटर पर चलाया जा रहा है।

 

बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने इस हैशटैग से बुधवार को ट्वीट करते हुए कहा कि ममता सरकार 9 साल पूरे करने के लिए बधाई की हकदार नहीं है। उन्होंने ट्वीट किया, ”नौ साल पुरानी शराब नए बोतल में, 9 साल तक कम्युनिस्ट निरंतरता परिवर्तन के रूप में बेची गई, मुक्ति का वादा करने के बाद 9 साल तक दमनकारी शासन, लोगों का विश्वास और जनमत तोड़ने के 9 साल। यह है आपके लिए ममता सरकार। बंगाल परिवर्तन चाहता है।”

पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य मुकुल रॉय ने ट्वीट किया, ”ममता ने पश्चिम बंगाल के अपने लोगों को विफल कर दिया है। मत भूलिए कि वह गृहमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री भी हैं। छह दिन बीत गए हैं और कोलकाता महानगर सड़कों पर मूलभूत सुविधाओं के लिए प्रदर्शन कर रहा है।”

केंद्रीय मंत्री देबाश्री चौधरी ने भी ममता सरकार पर सभी मोर्चों पर विफाल होने का आरोप लगाया। पार्टी की महिला विंग की राज्य प्रमुख और हुगली लोकसभा सीट से सांसद लॉकेट चटर्जी ने लिखा, ”34 साल के सीपीएम कुशासन में ममता सरकार के 9 साल के कुशासन जुड़ गए। आओ 2021, आम लोगों की इच्छाओं को पूरी करने के लिए पश्चिम बंगाल में बीजेपी सरकार की जरूरत है।”

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