कोरबा (आईपी न्यूज)। कोल इंडिया की 10वीं जेबीसीसीआई स्टैंडराइजेशन (मानकीकरण) कमेटी की बैठक में बड़े मुद्दों पर निर्णय नहीं लिए जाने को लेकर कोल कर्मियों में आक्रोश देखने को मिल रहा है। जेबीसीसीआई की यह बैठक रायपुर में एनसीएल के सीएमडी पीके सिन्हा की अध्यक्षता में हुई। इस बैठक पर कर्मियों की नजरे टिकीं थीं। जनवरी 2017 में सेवानिवृत्त हुए कर्मियों को 20 लाख रुपए की ग्रेच्युटी राषि देने पर निर्णय लिए जाने की उम्मीद थी, लेकिन इस पर कुछ भी नहीं हुआ। मेडिकल अनफिट तथा डिप्लोमाधारी कर्मियों की पदोन्नति पर भी कोई चर्चा नहीं की गई। बैठक में कोल इंडिया की अनुषंगीक कंपनियों के सभी कार्मिक निदेशक सहित श्रमिक संगठन एचएमएस से नाथूलाल पांडे, एसके पांडेय, बीएमएस से डा. बीके राय, सुधीर धुरडे, एटक से रमेन्द्र कुमार, सीटू से डी रामानंद आदि उपस्थित थे।
इन मु्द्दों पर हुई चर्चा:
– सीपीआरएमएस स्किम का ट्रस्ट गठित कर सेवानिवृत्त कामगारों का कार्ड का वितरण किया जाना। कामगारों का 40,000 जमा होने पर सेवानिवृत्ति के दिन से ही स्किम की सुविधा देना।
– एनामली केस में प्रमोषन के साथ एसएलपी को शामिल किया जाना।
– टेक्निकल सब केमेटी की बैठक नियमित तौर प्रत्येक माह आयोजित कर कैडर स्किम में आवश्यक सुधार करना।
– ठेका कामगारों के मिनिमम वेजेस, सालाना बोनस भुगतान संबंधी सभी कंपनियों से विवरण मंगा इसमें व्याप्त विसंगतियों में सुधार किया जाना।
– पीआर से टीआर में कन्वर्शन हुए कामगारों को प्रोटेक्शन करने तथा वेतन से गलत तरीके से की जा रही रिकवरी पर रोक लगाने की पहल।
– अगली बैठक 25 अप्रेल, 2020 को आसनसोल मेें आयोजित किया जाना।