कोरबा (आईपी न्यूज)। कोल इंडिया लिमिटेड ने कोयला उत्पादन में 2018 के मुकाबले चालू वित्तीय वर्ष की तीसरी तिमाही में 7 प्रतिशत का ग्रोथ किया है। तीसरी तिमाही में सीईएल ने 58 .02 मिलियन टन का उत्पादन किया। समान अवधि में यह आंकड़ा 54.14 मिलियन टन पर था। सामन अवधि में उत्पादन में इजाफा जरूर हुआ है, लेकिन नौ माह के उत्पादन लक्ष्य से पिछड़ना पड़ा है। अप्रेल से दिसम्बर के लिए 457.23 मिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। इसके मुकाबले 388.41 मिलयन टन का ही उत्पादन किया जा सका है। जबकि 2018-19 में अप्रेल- दिसम्बर का उत्पादन 412.44 मिलियन टन था। चालू वित्तीय वर्ष के लिए 660 मिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य तय है।
डिस्पैच में भी पिछड़ना पड़ा
कोयला डिस्पैच में भी पिछड़ना पड़ा है। चालू वित्तीय वर्ष में अप्रेल- दिसम्बर की अवधि में 417 मिलियन टन कोयला प्रेषण किया गया। जबकि बीते वित्तीय वर्ष में समान अवधि में यह आंकड़ा 444.59 मिलियन टन पर था। खत्म हुई तीसरी तिमाही में जरूर 2018 के मुकाबाले अधिक कोयला प्रेषण हुआ है। अक्टूबर- दिसम्बर में 53.4 मिलयन टन कोयला डिस्पैच किया गया। बीते वित्तीय वर्ष की समान अवधि में 52.77 मिलियन टन कोयला प्रेषण किया गया था।
सहयोगी कंपनियों का उत्पादन
कंपनी अप्रेल-दिस. 2019-20 /अप्रेल- दिस. 2018-19
ईसीएल 33.32 /32.91
बीसीसीएल 18.65 /21.49
सीसीएल 39.21/ 41.64
एनसीएल 79.58/ 74.65
डब्ल्यूसीएल 33.05/ 32.16
एसईसीएल 95.17/ 110.75
एमसीएल 89.22/98.38
एनईसी 0.21/0.45