नई दिल्ली। दुनिया की सबसे बड़ी कोयला खनन कंपनी कोल इंडिया ने चालू वित्त वर्ष में 10,000 करोड़ रुपये के पूंजी व्यय की योजना बनायी है।
सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया ने एक बयान में कहा, ‘‘अनुषंगी इकाइयों को मिलाकर पूंजी व्यय बजट 2020-21 के लिये 10,000 करोड़ रुपये है।’’बयान के अनुसार संयंत्र और मशीनरी मद में ‘हेवी अर्थ मूविंग मशीनरी’ में 3,700 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश शामिल है। इसके अलावा जमीन अधिग्रहण, पुनर्वास और विस्थापन मद में 1,900 करोड़ रुपये व्यय अनुमानित है।
कंपनी के अनुसार इन दोनों मदों में 2020-21 में कुल पूंजी व्यय का 57 प्रतिशत निवेश होगा। इसके अलावा 43 प्रतिशत कोयला परिवहन, खानों के विकास वैगन की खरीद और सौर पहल, शोधन एवं विकास समेत अन्य मदों में होगा।
पहली तिमाही में कोल इंडिया का पूंजी व्यय 844 करोड़ रुपये रहा। यह 720 करोड़ रुपये के लक्ष्य से अधिक है। कोरोना वायरस और उसकी रोकथाम के लिये ‘लॉकडाउन’ के बावजूद चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में पूंजी व्यय पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही के मुकाबले 4.2 प्रतिशत अधिक है।कोल इंडिया ने पिछले वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में 810 करोड़ रुपये पूंजी व्यय किया था।