चार दिन का छठ पूजा पर्व आज देश के विभिन्‍न भागों में उदित सूर्य को अर्घ्‍य देने के बाद सम्‍पन्‍न हो गया । छठ पर्व बुधवार को शुरु हुआ था और आज श्रद्धालुओं ने उगते सूर्य को प्रताह अर्घ्‍य देकर और छठ प्रसाद ग्रहण कर अपना 36 घंटे लंबा उपवास समाप्‍त किया। इस अनुष्‍ठान को पारण कहा जाता है।

इस साल छठ का त्‍योहार कोविड महामारी की स्थिति के बीच मनाया गया। अनेक लोगों ने अपने घर में ही कृत्रिम तालाब और जलाशय बनाकर कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए सूर्यइेदेव की उपासना की।

परम्‍परा के अनुसार छठ पर श्रद्धालु सूर्य देवता की पूजा करते हैं और उनका आशीष लेते हैं। यह पर्व शुद्धता और सूर्य के प्रति आस्‍था से जुडा है। सूर्य को पृथ्‍वी पर जीवन का स्रोत और ऐसा देवता माना जाता है जो सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।

राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद उपराष्‍ट्रपति वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने इस अवसर पर लोगों को बधाई दी है।

बिहार में गंगा, कोसी, गंडक और अन्‍य नदियों पर आज सवेरे सूर्य देवता की प्रार्थना के लिए लोग एकत्र हुए।

उत्‍तर प्रदेश में भी अनेक भागों में आज सवेरे छठ पूजा का आयोजन हुआ। लोगों ने नदियों और जलाशयों के पास उगते सूरज को अर्घ्‍य दिया।

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