कोरबा (आईपी न्यूज)। नगर पालिक निगम, कोरबा के महापौर चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार की जीत ने राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल का कद और ऊंचा कर दिया है। बहुमत से दूर होने के बावजूद श्री अग्रवाल ने अपनी सधी हुई रणनीति से मेयर चुनाव में कांग्रेस को जीत दिला दी। नगर पालिक निगम का पूरा चुनाव राजस्व मंत्री के ईद-गिर्द रहा है। चाहे 67 वार्डों में पार्षद उम्मीदवार तय करने का मामला हो या फिर प्रचार की कमान संभालने का। राजस्व मंत्री ने पूरे चुनाव में मोर्चा संभाल कर रखा हुआ था। हालांकि जब परिणाम आए तो उम्मीद के अनुरूप नहीं थे। कांग्रेस को 67 में 26 वार्डों में ही जीत मिली। पार्टी बहुमत से बहुत दूर रह गई। जबकि भाजपा के 31 उम्मीदवार विजयी हुए। ऐसे मंे सबसे बड़ी चुनौती बहुमत के जादुई आंकड़े 34 तक पहुंचने की थी। परिणाम आने के बाद से ही बहुमत के आंकड़े प्राप्त करने की राजस्व मंत्री की जुगत शुरू हो गई थी। 5 निर्दलीय में 3 को अपने पाले में किया गया। बाद में माकपा के 2, बसपा से एक और छजकां के 2 पार्षदों का समर्थन हासिल किया गया। यहां बताना होगा कि महापौर चुनाव में विजयी होने वाले राजकिशोर प्रसाद राजस्व मंत्री के खासे करीबी हैं। अपने खासे करीबी व्यक्ति को संगठन से महापौर उम्मीदवार घोषित करवा फिर जीत दिलाने के पीछे श्री अग्रवाल की मेहनत और सधी हुई रणनीति रही है। यहां बताना होगा श्री अग्रवाल ने 2014 के महापौर चुनाव में अपनी पत्नी रेणु को जीत दिलाई थी। वे खुद कोरबा विधानसभा क्षेत्र से जीत की हैट्रिक मार चुके हैं। कोरबा विधानसभा के 2008 से अस्तित्व में आने के बाद से उनकी लगातार जीत हो रही है। प्रदेश में कांग्रेस की सत्ता आने के बाद राजस्व मंत्री का ओहदा हासिल किया।