रायपुर (IP News). अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, रायपुर की मेडिकल एजुकेशन यूनिट के तत्वावधान में आयोजित मेडिकल एजुकेशन टेक्नोलॉजीज पर एक माह का ऑन लाइन सर्टिफिकेट कोर्स (22 जून-20 जुलाई, 2020) सर्टिफिकेट वितरण के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षकों को मेडिकल एजुकेशन की नई तकनीक के बारे में जानकारी प्रदान करते हुए उनका आह्वान किया गया कि वे स्वयं को अपडेट रख चिकित्सा छात्रों को नई तकनीक की मदद से शिक्षा प्रदान करें।
एम्स के तत्वावधान में यह पहला ऑन लाइन सर्टिफिकेट कोर्स था जिसमें लॉकडाउन के दौरान इसमें भाग लेने वाले शिक्षकों को छह क्रेडिट और ऑन लाइन शिक्षा देने वाले वरिष्ठ चिकित्सा शिक्षकों को सात क्रेडिट प्रदान किए गए। इसमें प्रमुख रूप से टीचिंग लर्निंग मैथ्ड्स, इंटीग्रेटेड टीचिंग, करिकुलम डेवलपमेंट, लर्निंग स्ट्रेटजिज, ग्रुप डायनामिक्स एंड टीम बिल्डिंग, मेडिकल इथिक्स आदि विषयों पर महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गई। ऑन लाइन कोर्स में देशभर के प्रमुख चिकित्सा संस्थानों के 126 चिकित्सा शिक्षकों ने भाग लिया।
निदेशक प्रो. (डॉ.) नितिन एम. नागरकर ने इस प्रकार के कोर्सेज की बढ़ती उपयोगिता का जिक्र करते हुए कहा कि नई तकनीक की मदद से चिकित्सा शिक्षा को और अधिक रुचिकर और ज्ञानवर्द्धक बनाया जा सकता है। उन्होंने ऑन लाइन प्लेटफॉर्म और साफ्टवेयर की मदद से चिकित्सा छात्रों को निरंतर ज्ञान अर्जित करने के लिए प्रोत्साहित किया।
इसमें प्रो. नागरकर के अलावा एम्स ओडिशा की निदेशक प्रो. गीताजंलि बटमनाबने, एम्स रायपुर के डीन प्रो. सूर्य प्रकाश धनेरिया, प्रो. अलोक चंद्र अग्रवाल, प्रो. रामंजन सिन्हा, प्रो. सरिता अग्रवाल, डॉ. अविनाश एस. इंग्ले, डॉ. कृष्णदत्त चावली, डॉ. नितिन गायकवाड़, डॉ. मीनाक्षी सिन्हा, डॉ. पदमा दास, डॉ. रचिता नंदा, डॉ. मनीषा बी. सिन्हा सहित कई चिकित्सा शिक्षकों ने ऑनलाइन व्याख्यान दिए। इसमें हैलो लर्नर के माध्यम से सहभागिता करने वालों को अपनी जिज्ञासा शांत करने का मौका भी दिया गया। एम्स रायपुर इस बेसिक कोर्स के बाद अब इसी प्रकार के एडवांस कोर्स संचालित करने की योजना पर कार्य कर रहा है।