सिंगरौली (आईपी न्यूज)। नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) मे प्रत्येक वर्ष खनिक अभिनंदन दिवस के अवसर पर विभिन्न श्रेणियों मे उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले सर्वश्रेष्ठ कोयला क्षेत्रों को सम्मानित किया जाता है , लेकिन इस वर्ष कोविड 19 जनित परिस्थितियों के कारण किसी समारोह का आयोजन नही किया गया।
एनसीएल ने वित्त वर्ष 2019-20 में विविध श्रेणियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कोयला क्षेत्रों की सूची जारी की।
कार्य निष्पादन के अनुसार कंपनी के कोयला क्षेत्रों को दो श्रेणियों में बांटकर पुरस्कार हेतु चयन किया गया। पहली श्रेणी में सालाना 10 मिलियन टन से अधिक कोयला उत्पादन करने वाले क्षेत्र तथा दूसरी श्रेणी में सालाना 10 मिलियन टन से कम कोयला उत्पादन करने वाले क्षेत्रों को रखा गया।
सर्वाधिक कोयला उत्पादन एवं विभागीय अधिभार हटाव के लिए निगाही क्षेत्र का सर्वश्रेष्ठ परियोजना के रूप मे चयन किया गया।
विगत वर्ष की तुलना में कुल कोयला उत्पादन में सर्वाधिक बढ़ोत्तरी के लिए अपनी-अपनी श्रेणियों में दूधिचुआ एवं कृष्णशिला क्षेत्र, विभागीय अधिभार हटाव में कुल सर्वाधिक वृद्धि के लिए अमलोरी एवं झिंगुरदा ,कोयला प्रेषण में कुल सर्वाधिक वृद्धि के लिए अमलोरी एवं झिंगुरदा का चयन किया गया।
कोयला उत्पादन में सबसे अधिक प्रतिशत वृद्धि के लिए खड़िया एवं कृष्णशिला क्षेत्र , कोयला प्रेषण व विभागीय अधिभार हटाव में अधिकतम प्रतिशत वृद्धि के लिए अमलोरी और झिंगुरदा को चुना गया।
सर्वाधिक सिस्टम की क्षमता के उपयोग के लिए निगाही एवं झिंगुरदा, विगत वर्ष की तुलना मे कोयला स्टॉक की मात्रा में सर्वाधिक कमी के लिए ब्लॉक बी, कोयले के प्रतिशत ग्रेड की स्वीकृति के लिए दुधीचुआ व कृष्णशिला,सर्वाधिक विभागीय ओएमएस के लिए जयंत व कृष्णशिला, प्रति टन न्यूनतम लागत की श्रेणी में जयंत व कृष्णशिला, प्रति टन न्यूनतम लागत में सर्वाधिक प्रतिशत कमी की श्रेणी में जयंत व ब्लॉक बी, और सर्वाधिक अनुमानित लाभार्जन की श्रेणी में खड़िया एवं कृष्णशिला चयनित हुए।
न्यूनतम डीजल खपत में खड़िया, डीजल खपत में सर्वाधिक प्रतिशत कमी के लिए बीना, न्यूनतम लूब्रिकेंट खपत में अमलोरी व कृष्णशिला, न्यूनतम बिजली खपत में खड़िया व बीना को चुना गया।
सर्वश्रेष्ठ पाउडर फैक्टर की श्रेणी मे कोयले के लिए अमलोरी व झिंगुरदा तथा अधिभार हटाव के लिए जयंत व झिंगुरदा का चयन किया गया द्य
भारी मशीनों की सर्वाधिक उपलब्धता की श्रेणी मे ड्रैगलाइन के लिए खड़िया व बीना, शॉवेल के लिए अमलोरी तथा डंपर के लिए जयंत का चयन हुआ ।
भारी मशीनों की सर्वाधिक उपयोगिता की श्रेणी मे ड्रैगलाइन के लिए खड़िया व बीना, शॉवेल के लिए जयंत तथा डंपर के लिए जयंत व ब्लॉक-बी को चुना गया।
शॉवेल-डंपर प्रणाली की क्षमता के उपयोग मे सर्वाधिक प्रतिशत वृद्धि के लिए दुधीचुआ एवं झिंगुरदा और सर्फेस माइनर की क्षमता के सर्वाधिक उपयोग के लिए दुधीचुआ को चुना गया।
सामाजिक निगमित दायित्व के बजट के सर्वाधिक उपयोग के लिए खड़िया व कृष्णशिला को चयनित किया गया।
बजट के सापेक्ष सर्वाधिक प्रतिशत पूंजीगत व्यय के लिए दूधीचुआ व झिंगुरदा, विगत वर्ष की तुलना में इन्वेंटरी में सर्वाधिक प्रतिशत कमी के लिए दूधीचुआ व ब्लॉक-बी, सर्वाधिक अवधि के लिए शून्य दुर्घटना की श्रेणी में अमलोरी व कृष्णशिला, पिछले पांच वर्ष में शून्य दुर्घटना के लिए जयंत तथा पर्यावरण मानकों के बेहतरीन अनुपालन के लिए दूधीचुआ व कृष्णशिला को चुना गया।
साथ ही कल्याण सुविधाओं की श्रेणी मे निगाही व खड़िया तथा औद्योगिक संबंध की श्रेणी में दूधिचुआ व खड़िया को सर्वश्रेष्ठ क्षेत्र के रूप मे चयनित किया गया।