कोरबा ( industrialpunch.com)। भारत एल्यूमीनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने चालू वित्तीय वर्ष की पहली छमाही (अप्रैल- सितम्बर, 2019) में दो लाख 78 हजार 448 टन का एल्यूमीनियम उत्पादन किया है। उत्पादन का यह आंकड़ा टारगेट से थोड़ा कम है। लक्ष्य दो लाख 86 हजार 980 टन का था। बालको की एल्यूमीनियम उत्पादन क्षमता पांच लाख 70 हजार टन सालाना है। बालको के दो स्मेल्टर संयंत्र हैं। एक कि क्षमता 2.45 लाख तथा दूसरे प्लांट की क्षमता 3.25 लाख टन वार्षिक है। वेदांता लिमिटेड के झारसुगड़ा स्मेल्टर संयंत्र से पहली छमाही में छह लाख 71 हजार 140 टन एल्यूमीनियम उत्पादन दर्ज हुआ है।
झारसुगड़ा प्लांट की उत्पादन क्षमता 17.50 लाख टन प्रतिवर्ष है। यहां बताना होगा कि देश के एल्यूमीनियम उत्पादन में 40 फीसदी से ज्यादा की हिस्सेदारी वेदांता की है। वेदांता के बालको व झारसुगड़ा स्मेल्टर प्लांट की कुल उत्पादन क्षमता 23.20 लाख टन है। इसके बाद निजी क्षेत्र की दूसरी कंपनी हिंडाल्को का नंबर आता है। हिंडाल्को की वार्षिक एल्यूमीनियम उत्पादन क्षमता 13.46 लाख टन है। देश की एक मात्र पब्लिक सेक्टर की कंपनी नालको से 4.60 लाख टन उत्पादन होता है।