प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज पश्चिमी विशेष मालवाहक गलियारे का 306 किलोमीटर लंबा न्यू मदार – न्यू रेवाड़ी खंड राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होंने विश्व की पहली, न्यू अटेली से न्यू किशनगढ़ के लिए एक दशमलव पांच किलोमीटर लंबी डबल स्टैक कंटेनर ट्रेन को झंडी दिखाकर रवाना भी किया।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि इस विशेष मालवाहक गलियारे को देश के लिए परिवर्तनकारी परियोजना के रूप में देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले पांच-छह वर्षों की कड़ी मेहनत के बाद यह उपलब्धि प्राप्त हुई है। श्री मोदी ने कहा कि इस खंड के चालू होने से हरियाणा के रेवाड़ी तथा महेन्द्रगढ़ और राजस्थान के अजमेर तथा सीकर में उद्योगों को फायदा होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे विनिर्माण ईकाइयों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों तक कम लागत पर उत्पाद पहुंचाने की सुविधा उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि इससे क्षेत्र में निवेश की संभावनाएं भी बढेंगी।
श्री मोदी ने कहा कि इस गलियारे में 135 स्टेशन होंगे। इन्हें बहुआयामी ढुलाई केन्द्रों के रूप में विकसित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि इससे ग्रामीण और छोटे उद्योगों को भी लाभ होगा। श्री मोदी ने कहा कि यह गलियारा अर्थव्यवस्था के विकास में सहायक होगा।
प्रधानमंत्री ने इस मौके पर कोरोना वैक्सीन का जिक्र करते हुए कहा कि भारत ने हाल में स्वदेश में निर्मित दो कोविड वैक्सीन को मंजूरी दी है, जो दर्शाता है कि देश आत्मनिर्भर बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
पश्चिमी विशेष मालवाहक गलियारे का न्यू रेवाड़ी – न्यू मदार खण्ड हरियाणा और राजस्थान में पड़ता है। इसमें नव-निर्मित मालवाहक गलियारा के नौ स्टेशन हैं जिनमें 3 जंक्शन -न्यू रेवाड़ी, न्यू अटेली और न्यू फूलेरा हैं।
इस नए मालवाहक गलियारे पर रेलगाडियों की आवाजाही शुरू हो जाने से राजस्थान और हरियाणा के रेवाडी-मानेसर, नारनौल, फूलेरा और किशनगढ़ में मौजूद विभिन्न औद्योगिक इकाइयों को फायदा होगा। इससे काठूवास में स्थित कॉनकोर के कन्टेनर डिपो का भी बेहतर इस्तेमाल हो सकेगा। यह माल गलियारा गुजरात में स्थित कन्डला, पीपावाव, मुंद्रा तथा दाहेज बंदरगाहों से सामान की ढुलाई को भी आसान बना देगा।
इस रेल खंड के शुरू हो जाने से देश के पश्चिमी और पूर्वी माल परिवहन गलियारे एक दूसरे से जुड जाएंगे। पश्चिमी मालवाहक गलियारे पर चलने वाली मालगाडियां 100 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चलेंगी जबकि अभी इनकी रफ्तार 75 किलोमीटर प्रतिघंटा है।
इस अवसर पर रेलमंत्री पीयूष गोयल, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर उपस्थित थे।