नई दिल्ली (आईपी न्यूज)। प्रधानमंत्री  नरेन्‍द्र मोदी ने  विद्युत क्षेत्र के संबंध में एक विस्‍तृत बैठक की और कोविड-19 के प्रभाव का जायजा लिया। उन्‍होंने इस क्षेत्र के टिकाऊपन, लचीलेपन और दक्षता में वृद्धि करने के लिए विविध दीर्घकालिक उपायों पर भी चर्चा की।

इस बैठक में कोरोबार करने में सुगमता; नवीकरणीय ऊर्जा के प्रचार;कोयले की आपूर्ति में लचीलापन; सार्वजनिक-निजी भागीदारियों; और विद्युत क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने के उपायों पर विचार-विमर्श किया गया। प्रधानमंत्री ने अर्थव्‍यवस्‍था को गति प्रदान करने में विद्युत क्षेत्र के महत्‍व को रेखांकित किया। निजी निवेश आकृष्‍ट करने के लिए संविदाओं के कारगर अमल की आवश्‍यकता के बारे में भी चर्चा की गई।

उन्‍होंने उपभोक्‍ता की केंद्रीयता के महत्‍व पर बल दिया और सभी उपभोक्‍ताओं को 24X7 गुणवत्‍तापूर्ण और विश्‍वसनीय विद्युत आपूर्ति उपलब्‍ध कराने के लक्ष्‍य की दिशा में कार्य करने का निर्देश दिया। बेहतर गवर्नेंस के साथ शुल्‍क को तर्कसंगत बनाने और सब्सिडी को समय पर जारी करने सहित वितरण कम्‍पनियों की व्‍यवहार्यता में सुधार लाने के उपायों पर भी चर्चा की गई।

इस बैठक में गृह मंत्री, वित्‍त मंत्री, विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा तथा कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्‍य मंत्री, वित्‍त राज्‍य मंत्री और भारत सरकार के वरिष्‍ठ अधिकारियों ने भाग लिया।

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