कोरबा (आईपी न्यूज)। सोमवार को 27वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का आयोजन शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जमनीपाली में हुआ। मुख्य कथानक ‘एक स्वच्छ हरे और स्वस्थ राष्ट्र के लिए विज्ञान प्रौद्योगिकी और अभिनव‘ के अंतर्गत पांच उप कथानक, परिस्थितिक तंत्र और पर्यावरण प्रणाली सेवाएं, स्वास्थ्य स्वच्छता और स्वच्छता, धन के लिए अपशिष्ट, समाज संस्कृति और लाइवलीहुड, पारंपरिक ज्ञान प्रणाली पर बाल वैज्ञानिकों ने प्रोजेक्ट बनाए। जिले से 66 बाल वैज्ञानिकों ने प्रस्तुति दी। उदघाटन सत्र में बाल विज्ञान कांग्रेस की जिला समन्वयक डा. फरहाना अली ने प्रतिभागियों को विज्ञान की प्रतियोगिताओं में बढ़ चढ़ कर सहभागिता करने कहा। निर्णायक के रूप में अलमास नईम सहायक प्राध्यापक शासकीय मिनीमाता महाविद्यालय कोरबा, जेसी देवांगन सहायक प्राध्यापक शासकीय महाविद्यालय भैसमा, विजय शर्मा सहायक प्राध्यापक शासकीय महाविद्यालय करतला, निधि सिंह सहायक प्राध्यापक कमला नेहरू महाविद्यालय कोरबा, यूएस चंद्रा सहायक प्राध्यापक शासकीय महाविद्यालय हरदीबाजार और एलसी सोनटके व्याख्याता जवाहर नवोदय विद्यालय छुरी उपस्थित थे। सीनियर ग्रुप में प्रीति आहिरे शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय हरदीबाजार, हेमकांत दुबे शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कोरबा धतूरा, रोशनी राज शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तुमान पोड़ी उपरोड़ा एवं जूनियर वर्ग में सुहानी झा डीपीएस एनटीपीसी जमनीपाली और अनुराधा यादव शासकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय तुमान पोड़ी उपरोड़ा का चयन राज्य स्तरीय प्रतियोगिता हेतु किया गया। राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस की राज्य स्तरीय प्रतियोगिता 30 नवंबर और 1 दिसंबर को रविशंकर विश्वविद्यालय रायपुर में आयोजित होगी।
11 से 17 वर्ष की आयु में छिपी होती है खोजी प्रवृत्ति: डीईओ
समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि जिला शिक्षा अधिकारी सतीश पाण्डेय उपस्थित हुए। उन्होंने चयनित बाल वैज्ञानिकों को राज्य स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु शुभकामनाएं दीं। श्री पांडेय ने कहा कि 11 से 17 वर्ष की आयु विद्यार्थियों के लिए नई खोजी प्रवृत्ति की आयु होती है। वे नई खोज कर नए आयाम से राष्ट्र को गति प्रदान कर सकते हैं। जिला शैक्षिक समन्वयक कामता जायसवाल ने कार्यक्रम का संचालन किया।