बालोद (आईपी न्यूज)। प्लास्टिक का अंधाधुंध प्रयोग आज मानवजाति और सजीव जगत को भयंकर मुसीबत की ओर धकेल रहा है। इस पर नियंत्रण और इसका उचित तरीके से निपटान नहीं हो पाना एक चिंता का विषय हैै। इसको लेकर तमाम तरह के उपाय किए जा रहे हैं। इधर, बालोद जिले के भंडेरा में स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के छात्र क्षेत्र को प्लास्टिकमुक्त करने के अभियान और इसके निपटारेे के शोधकार्य में जुटे हुए हैं। छात्रों का दल भंडेरा के विभिन्न इलाकों में भ्रमण कर यह जानकारी जुटा रहा है कि कहां- कहां सर्वाधिक मात्रा में प्लास्टिक का उपयोग होता है। इसके लिए घर- घर दस्तक देने के साथ ही दुकानों, होटल, अस्पताल आदि स्थानों पर पहुंच बनाई जा रही है। छात्रों के दल द्वारा सर्वाधिक प्लास्टिक के इस्तेमाल वाले स्थानों को चिन्हांकित करते हुए लोगों से इसे एक स्थान पर एकत्र करने की अपील की जा रही है। छात्र क्षेत्र के विभिन्न समाज और जनप्रतिनिधियों से भी मुलाकात कर अपने अभियान की जानकारी देते हुए उनसे सहयोग मांग रहे हैं। सरपंच परदेशीराम गावरे से भेंट कर उन्हें बताया कि भंडेरा में कितनी मात्रा में प्लास्टिक का इस्तेमाल हो रहा है। इसके निपटारे के उपाय का लेकर भी उनसे चर्चा की गई। छात्रों के दल ने सरपंच से कहा कि गांव में एक ऐसा स्थान सुनिश्चित किया जा सकता है जहां लोग प्लास्टिक को अन्यत्र ने फंकते हुए यहां एकत्र करें। जब प्लास्टिक ज्यादा मात्रा में एकत्र हो जाए तो इसे रिसाइकिलिंग अथवा इसके उचित निपटारें लिए संबंधित एजेंसी को दे दिया जाए। भंडेरा को प्लास्टिकमुक्त करने का यह पूरा अभियान वि़द्यालय के प्राचार्य के मार्गदर्शन तथा शिक्षक व गाइड प्रभारी कैशरीन बेग के नेतृत्व में चलाया जा रहा है। विद्यालय की शिक्षक नंदा सोनी भी इस कार्य मे सहयोग प्रदान कर रही हैं। इस गम्भीर समस्या के सम्पूर्ण निदान का रास्ता तलाशने के लिए छात्र अभियान चलाने के साथ शोधकार्य में भी जुटे हुए हैं। छात्र तथा बाल वैज्ञानिक भ्रमण के दौरान गांव से निकलने वाले समस्त प्रकार के कचरों के उचित निपटान की प्रक्रिया को भी देख रहे हैं। गौरतलब है भंडेरा स्कूल की दो छात्राएं योगेश्वरी और पूजा का चयन राज्य स्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस- 2019 के लिए हुआ है।