कोरबा (IP News). भारतीय मजदूर संघ का सरकार जगाओ सप्ताह का 24 जुलाई को आगाज होगा। 30 जलुाई तक चलने वाला यह देशव्यापी आंदोलन केन्द्र व राज्य सरकारों की मौजूदा श्रम नीतियों और इसके प्रभाव सहित पांच ज्वलंत मुद्दों को लेकर किया जा रहा है। साथ ही राष्ट्रीय, प्रांतीय, स्थानीय और उद्योग अनुसार मांगों को उठाया जाएगा। सरकार जगाओ सप्ताह आंदोलन सभी सेक्टर में होगा। आंदोलन के तहत प्रत्येक दिन हर सेक्टर के कर्मचारी और कार्यकर्ता कोविड- 19 के नियमों का पालन करते हुए जुलूस निकालकर नुक्कड़ सभाएं, जन सभाएं और संगोष्ठी सभाओं का आयोजन करेंगे।
किस तारीख को किस सेक्टर में होगा आंदोलन:
- 24 जुलाई: स्कीम वर्कर्स (आशा, आंगनबाड़ी, मध्यान्ह भोजन कार्यकर्ता, एनएचएम व 108 एंबुलेंस वर्कर्स)
- 25 जुलाई: बिजली व परिवहन क्षेत्र (सार्वजनिक व निजी)
- 26 जुलाई: प्राइवेट सेक्टर (सीमेंट, जूट, इंजीनियरिंग, कपड़ा व चीनी उद्योग, फार्मास्युटिकल्स, मेडिकल रिप्रेंटेटिव, इंडस्ट्रियल स्टेट)
- 27 जुलाई: सार्वजनिक क्षेत्र (रेलवे, पोस्टल, डिफेंस, केन्द्रीय संस्थान, स्थानीय निकाय, राज्य सरकार के कर्मचार)
- 28 जुलाई: वित्तीय क्षेत्र (बैंकिंग व बीमा)
- 29 जुलाई: असंगठित क्षेत्र (बीड़ी वर्कस, प्लांटेशन, वन कर्मचारी, मत्स्य क्षेत्र के श्रमिक, लोडिंग व अनलोडिंग वर्कर, निर्माण क्षेत्र के श्रमिक, दर्जी, रेहड़ी वाले, घरेलू कामगार, कृषि मजदूर)
- 30 जुलाई: सार्वजिनक क्षेत्र (भेल, एनटीपीसी, कोल, माइनिंग, पोर्ट, शिपयार्ड, समुद्री कर्मचारी)
यह है मुद्दे:
- असंगठित क्षेत्र के मजदूरों, विशेष रूप से प्रवासी मजदूरों की समस्याएं
- लंबित मजदूरी व पारिश्रमिक, वेतन-भत्ते आदि का भुगतान
- बढ़ती बेरोजगारी और रोजगार छीनना
- श्रम कानूनों का निलंबन और कई राज्यों में काम के घण्टे को बढ़ाया जाना
- आक्रामक निजीकरण के लिए लगातार सार्वजनिक उपक्रमों की बिक्री के साथ रक्षा और रेलवे का निगमीकरण