मुंबई। Reliance Industries के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने सोमवार को कहा कि भारत में हर छोटा बिजनेसमैन या उद्यमी धीरूभाई अंबानी और बिल गेट्स बनने की क्षमता रखता है। यह अंतर भारत को दुनिया से अलग करती है। ‘फ्यूचर डिकोडेड सीईओ समिट’ में Microsoft के सीईओ सत्या नडेला के साथ बातचीत में उन्होंने यह बात कही। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया की तीन सबसे बड़ी इकोनॉमी में शामिल होगा। उन्होंने कहा कि देश ‘प्रीमियर डिजिटल सोसायटी’ बनने की राह पर है।
उन्होंने कहा कि मोबाइल नेटवर्क के प्रसार से इस दिशा में बड़े बदलाव हो रहे हैं। अंबानी ने कहा, ”वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया का सपना प्रस्तुत करने के बाद इसकी शुरुआत हुई…38 करोड़ लोगों ने जियो की 4G टेक्नोलॉजी को अपनाया है।” उन्होंने कहा कि जियो आने से पहले देश में डेटा की औसत स्पीड 256 केबीपीएस थी, जो जियो आने के बाद 21 एमबीपीएस तक पहुंच चुकी है।
अंबानी ने कहा, ”मुझे इस बात को लेकर तनिक भी संदेह नहीं है कि हम दुनिया की तीन सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होंगे।” उन्होंने कहा कि अब बहस सिर्फ इस बात को लेकर है कि ऐसा पांच साल में होगा या अगले दस साल में। भारत के पास प्रीमियर डिजिटल सोसायटी बनने का मौका है। उन्होंने कहा कि जियो आम लोगों की क्रांति बन गया है।
इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नडेला ने कहा कि भारत के शीर्ष उद्योगपतियों को ऐसी तकनीकी क्षमता हासिल करनी चाहिए, जो ज्यादा समावेशी हो। नडेला भारत की तीन दिन की यात्रा पर आए हैं। इस सम्मेलन में माइक्रोसॉफ्ट के प्रमुख ने भारत की शीर्ष आइटी और कंसल्टेंसी कंपनी TCS के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर राजेश गोपीनाथन से भी मुलाकात की।