भारतीय विमानन की इतिहास में पहली बार एक महिला भारतीय वाहक की सीईओ बनी है। बता दें कि सरकार ने हरप्रीत ए डे सिंह को एयर इंडिया की क्षेत्रीय सहायक एलायंस एयर के लिए शीर्ष स्थान पर नियुक्त किया है। सिंह वर्तमान में एआई के कार्यकारी निदेशक (उड़ान सुरक्षा) हैं। एआई के सबसे वरिष्ठ कमांडरों में से एक, कैप्टन निवेदिता भसीन, जो वर्तमान में बोइंग 787 ड्रीमलाइनर उड़ान भर रही हैं, सिंह के स्थान पर नए ईडी (उड़ान सुरक्षा) होंगी।
एआई के सीएमडी राजीव बंसल ने शुक्रवार को एक आदेश जारी किया, जिसमें कहा गया कि सिंह “अगले आदेश तक एलायंस एयर के सीईओ पद का कार्यभार संभालेंगी।” वहीं कैप्टन भसीन को भी सीनियर पदों की जिम्मेदारी संभालने का आदेश दिया गया है। बता दें कि एलायंस एयर को एयर इंडिया के साथ नहीं बेचा जा रहा है और अभी के लिए यह सरकारी कंपनी ही बनी रहेगी। एआई के पुराने बोइंग 747 को एलायंस एयर में स्थानांतरित किया जाएगा, जिसके पास वर्तमान में टर्बोप्रॉप का एक बेड़ा भी है, वहीं सरकार ने एयर इंडिया को बेचने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।
हरप्रीत सिंह 1988 में एयर इंडिया द्वारा चुनी जाने वाली पहली महिला पायलट थीं। हालांकि, वह स्वास्थ्य कारणों से उड़ान नहीं भर सकीं और उड़ान सुरक्षा के क्षेत्र में बहुत सक्रिय रही हैं। सिंह ने भारतीय महिला पायलट एसोसिएशन का नेतृत्व किया है, जहां भसीन और अन्य वरिष्ठ महिला कमांडर जैसे कप्तान कक्षमता बाजपेयी को पायलट के रूप में रोल मॉडल के रूप में देखा जाता है। बता दें कि एयर इंडिया में भारतीय विमान चालकों के बीच महिला पायलटों का योगदान सबसे ज्यादा रहा है। साल 1980 और फिर 2005 से भारतीय महिला पायलटों की संख्या में काफी बढ़ोतरी देखने को मिली है। अर्स्टवर्ड इंडियन एयरलाइंस 1980 के दशक की शुरुआत में महिला पायलटों को नियुक्त करने वाली पहली कंपनी थी।कैप्टन सौदामनी देशमुख भारत में पहली महिला कमांडर (एक फोकर फ्रेंडशिप की) थीं। जानकारी के मुताबिक, महिला पायलटों का वैश्विक औसत 2-3% रहा है तो वहीं भारत में 10 फीसदी से अधिक रही है।