खरगोन। मध्य प्रदेश के खरगोन जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां गांव में नाई के एक ही संक्रमित कपड़े से कटिंग और शेविंग करने के चलते छह ग्रामीणों में कोरोना संक्रमण फैल गया। एहतियातन गांव की सीमाएं सील कर दी गई हैं।
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मामला खरगोन के बड़गांव का है। जहां नाई की जरा सी लापरवाही कई लोगों की जान पर भारी पड़ गई है। लोगों के बालों की कटिंग एवं शेविंग में एक ही कपड़े के इस्तेमाल से संक्रमण फैलता गया। लॉकडाउन के बावजूद नाई की दुकान कैसे खुली हुई थी, यह जांच का विषय है। फिलहाल पता लगाया जा रहा है कि उसकी दुकान में कोरोना का वायरस कैसे फैला।
जानकारी के अनुसार, जिले में एक साथ नौ मामले सामने आए हैं। गुरुवार रात को 6 पॉजिटिव केस आए और शुक्रवार सुबह 3 और पॉजिटिव केस आए। इनमें से छह मामले बड़गांव के हैं। चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर दिव्येश वर्मा ने कहा कि पूरा गांव सील कर दिया गया है। खरगोन में पॉजिटिव केस तेजी से बढ़ रहे हैं।
इंदौर में मृतकों की संख्या 57 हुई, 56 नये मरीज
देश में कोरोना वायरस के प्रकोप से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में शामिल इंदौर में इस महामारी से दो और मरीजों की मौत की पुष्टि की गयी है। नतीजतन जिले में महामारी की जद में आने के बाद दम तोड़ने वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 57 पर पहुंच गयी है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) प्रवीण जड़िया ने शनिवार को बताया कि शहर में पिछले तीन दिन में कोरोना वायरस संक्रमण से 75 वर्षीय पुरुष और 55 वर्षीय पुरुष की मौत हुई।
उन्होंने बताया कि दोनों मरीज शहर के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती थे। इनमें से एक व्यक्ति को दमे की पुरानी समस्या थी। सीएमएचओ ने बताया कि पिछले 24 घंटे के दौरान जिले में कोविड-19 के 56 नये मरीज मिलने के बाद इनकी तादाद 1,029 से बढ़कर 1,085 पर पहुंच गयी है। इनमें से 107 मरीजों को इलाज के बाद स्वस्थ होने पर अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है। आंकड़ों की गणना के मुताबिक जिले में कोविड-19 के मरीजों की मरीजों की मृत्यु दर शनिवार सुबह तक की स्थिति में 5.25 प्रतिशत थी। जिले में इस महामारी के मरीजों की मृत्यु दर पिछले कई दिन से राष्ट्रीय औसत से ज्यादा बनी हुई है। इंदौर में कोरोना वायरस का पहला मरीज मिलने के बाद से प्रशासन ने 25 मार्च से शहरी सीमा में कर्फ्यू लगा रखा है, जबकि जिले के अन्य स्थानों पर सख्त लॉकडाउन लागू है।