कोरबा(IP News). छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी के संयंत्र प्रबंधन राखड़ बांध के रखरखाव को लेकर लापरवाही बरत रहे हैं। इसका परिणाम यह होता है कि बारिश के सीजन में बांध का कोई न कोई हिस्सा क्षतिग्रस्त हो जाता है और आसपास के क्षेत्रों में राखड़ का फैलाव होता है। गुरुवार को बालकोनगर द्वोत्र के दैहानपारा बस्ती से लगे कोरबा पूर्व संयंत्र के राखड़ बांध का एक ढह गया था। बताया गया है कि बांध के नीचे की ओर चारा चर रहीं दो भैंसे इसमें दब गईं।
इधर, प्रबंधन ने क्षतिग्रस्त हिस्से का सुधार कार्य शुरू किया है, लेकिन इसमें भी लापरवाही बरती जा रही है। बस्ती के लोगों ने बताया कि बारिश के सीजन में बांध का हिस्सा क्षतिग्रस्त होता है राख रहवास इलकों में पहंुच जाती है। गर्मी के सीजन में तो राख के उड़ने की समस्या से जुझना पड़ता है। निगम के नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल सहित वार्ड 37 दैहानपरा के पार्षद गंगाराम भारद्वाज, वार्ड 38 के पार्षद तरुण राठौर, भाजपा बालको मंडल महामंत्री सुमित तिवारी आदि ने राखड़ बांध क्षेत्र का जायजा लिया।
श्री अग्रवाल ने कहा कि विद्युत उत्पादन कंपनी के संयंत्र प्रबंधन ने बांध की व्यवस्था नहीं सुधारी तो आंदोलन किया जाएगा। संबंधित ठेकेदार के द्वारा गुणवत्ताविहीन कार्य किए जाने से पहले भी डेम कई बार बांध फूट चुका है। बांध में राख भराव के बाद 2 से 3 फीट की मिट्टी की कवरिंग नहीं दी जा रही है।