नई दिल्ली। वेदांता रिसोर्सेज के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने शुक्रवार को कहा कि भारत में अपार संभावनाएं हैं और घरेलू उद्योग को अधिक जोखिम उठाने और लाभ उठाने के लिए निवेश करना चाहिए। वह उद्योग निकाय फिक्की के 92 वें वार्षिक सम्मेलन ‘इंडियाः रोडमैप टू द यूएसडी 5 ट्रिलियन इकोनॉमी‘ में एक सत्र को संबोधित कर रहे थे।
श्री अग्रवाल ने कहा, ‘‘हमारे लिए जोखिम उठाना महत्वपूर्ण है। भारत में भारतीयों के लिए जो क्षमता है, वह अभूतपूर्व है। यह व्यवसाय के बढ़ने के लिए अनुकूल माहौल है और हम सभी के लिए जोखिम भरा समय है।‘‘ प्राकृतिक संसाधन क्षेत्र में व्यापार के अवसरों पर प्रकाश डालते हुए अग्रवाल ने कहा कि भारतीय उद्योग को इस क्षेत्र में भी तलाश करना चाहिए। श्री अग्रवाल ने शिक्षा प्रणाली पर अपने दृष्टिकोण को साझा करते हुए कहा कि भारत की युवा पीढ़ी बेहद सक्षम है और एक बहुत मजबूत मूल्य प्रणाली है। प्रत्येक बच्चे में कुछ न कुछ क्षमता होती है, यह हमारा कर्तव्य है कि हम उन्हें प्रेरित करें और सफल होने के अवसर प्रदान करें। उन्होंने कहा कि भारत शिक्षा प्रदान करने में दुनिया का सर्वश्रेष्ठ देश भी बन सकता है। वेदांता के चेयरमैन ने कहा कि वे भारत में एक और हार्वर्ड विश्वविद्यालय बनाना चाहते हैं। हम इस सपने को सच करने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं। हमारी ‘नंदघर‘ पहल मेरे दिल के बहुत करीब है, मैं यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि भारत में बच्चों और महिलाओं को सशक्त बनाया जाए।