रायगढ़ (आईपी न्यूज)। रायगढ़ स्थित मिनी स्टेडियम परिसर में विभिन्न स्कूलों के छात्र छात्राओं ने मानव श्रृंखला बनाकर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का सन्देश दिया। 15 स्कूल के लगभग 1700 बच्चों ने कतारबद्ध हो बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ शब्दों की आकृति बनाई। इस अवसर पर कलेक्टर यशवंत कुमार ने बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा कि बेटियों के समग्र सुदृढीकरण के उद्देश्य से संचालित इस योजना के तहत रायगढ़ अपनी उपलब्धियों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित जिला है। रायगढ़ जिले में कार्यक्रम के लक्ष्यों के अनुरूप बेटियो के सुपोषित व सुशिक्षित जीवन तथा लिंगानुपात में कमी के लिये कार्य योजना आधारित गतिविधियों का ठोस क्रियान्वयन निरंतर जारी है। जिसमें सोनोग्राफी सेंटर्स में एक्टिव ट्रैकिंग सिस्टम के साथ, सुपोषण अभियान व शिक्षा से जुडी विभिन्न योजनाएं क्रियाशील है जिनका नियमित अंतराल में मूल्यांकन भी किया जा रहा है। इन सब के अतिरिक्त बच्चियों में शारीरिक दक्षता और आत्मविश्वास बढ़ाने व विषम परिस्थिति में भी अपनी सुरक्षा हेतु सक्षम बनाने के लिये आत्मरक्षा प्रशिक्षण को जोड़ा गया है। जिससे आज सभी बालिकाओं को ट्रेनर्स के द्वारा आत्मरक्षा की तकनीकों का प्रदर्शन कर परिचित करवाया गया और आगामी 20 से 30 जनवरी को बोईरदादर स्टेडियम में प्रशिक्षण दिया जायेगा। उन्होंने सभी बच्चियों से कहा कि प्रशिक्षण का लाभ लें और सिखाई जा रही तकनीकों का घर पर अभ्यास भी करें जिससे आप सभी शीघ्र शारीरिक रूप सेे दक्ष व मजबूत बन सकेंगी। उन्होंने और आगे कहा कि इतनी बड़ी संख्या में बच्चों की कार्यक्रम में सहभागिता सराहनीय है। इस मौके पर जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास टीके जाटवर सहायक संचालक शिक्षा श्रीमती दीप्ति अग्रवाल, महिला बाल विकास व शिक्षा विभाग के कर्मचारियों सहित विभिन्न स्कूलों जैसे शा.उ.मा. एवं पूर्व मा. विद्यालय चक्रधर नगर, शा.कन्या विद्यालय रायगढ़, शा. नटवर बहु. उ.मा.विद्यालय, शा. उ.मा. वि जूटमिल, पूर्व माध्यमिक व उच्चतर माध्यमिक शाला चॉँदमारी, शासकीय विद्यालय पंजरी प्लांट, दिल्ली पब्लिक स्कूल, संस्कार पब्लिक स्कूल, कार्मेल कान्वेंट स्कूल, साधुराम विद्या मंदिर, गुरूद्रोण विद्या कुटीर विद्यालय, शालिनी कान्वेंट स्कूल के छात्र छात्राएं व शिक्षक उपस्थित रहें।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की दिलाई गयी शपथ
इस दौरान कलेक्टर यशवंत कुमार, सीईओ जिला पंचायत ऋचा प्रकाश चैधरी के साथ, छात्रों, शिक्षकों व अधिकारियों ने शपथ लिया कि बच्चियों को जन्म का अधिकार व जीवन जीने की स्वतंत्रता का अधिकार देंगे। बालिकाओं के जन्म पर खुशी और उत्सव मनाएंगे। लड़के व लड़कियों के बीच समानता को बढ़ावा देंगे। बेटियों पर गर्व करेंगे एवं पराया धन की मानसिकता का विरोध करेंगे। बाल विवाह व दहेज प्रथा का दृढ़ता से विरोध करेंगे। बालिकाओं का स्कूल में दाखिला कराएँगे एवं उसकी पढाई को बरकरार रखेंगे। लिंग चयन के किसी भी घटना की सूचना देंगे। महिलाओं के संपत्ति के अधिकार को समर्थन देंगे। अपने आस-पास के वातावरण को, महिलाओं व लड़कियों के लिए सुरक्षित व हिंसा मुक्त रखेंगे। बेटियों के प्रति चली आ रही रूढ़िवादी सोच को बदलेंगे।
किकबॉक्सिंग टीम ने सिखाये आत्मरक्षा के गुर
रायगढ़ किकबॉक्सिंग टीम के द्वारा विषम परिस्थितियों में आत्मरक्षा के लिए उपयोगी तकनीकों का प्रदर्शन किया गया। जिसमे यह दिखाया गया कि कैसे हमला करने वाले व्यक्ति के बल व उसकी शारीरिक मुद्रा को इन तकनीकों की सहायता से उसके ही विरुद्ध उपयोग किया जा सकता है। टीम ने बताया की आत्मरक्षा में आत्मविश्वास सबसे महत्वपूर्ण है। अतः आत्मविश्वास के लिए बच्चियों को इन तकनीकों का प्रशिक्षण लेकर निरंतर अभ्यास करना चाहिए।
यातायात नियमों से भी किया गया वाकिफ
कार्यक्रम में बच्चों को यातायात से जुड़े नियमों की जानकारी भी दी गयी। बच्चों को बताया गया कि बिना लाइसेंस के गाड़ी चलाना एक कानूनी अपराध है। अतः लाइसेंस के बगैर गाड़ी चलाने से बचें। साथ ही लापरवाही पूर्वक या बिना हेलमेट के गाड़ी चलाना और दो पहिया में तीन सवारी चलना भी ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन है। ऐसा करने पर जुर्माने व सजा का प्रावधान है और दुर्घटना का अंदेशा भी होता है। अतः सभी बच्चों से जिम्मेदार नागरिक की तरह यातायात नियमों के पालन करने की अपील की गयी।

 

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