नई दिल्ली। बैंक कर्मचारी संघ और भारतीय बैंक संघ (आईबीए) के बीच वेतन में 15 प्रतिशत सालाना वृद्धि को लेकर समझौता हो गया है। इस समझौते से बैंकों पर 7,900 करोड़ रुपये का अतिरिक्त वार्षिक बोझ बढ़ेगा। यह फैसला बैंक प्रबंधन का प्रतिनिधित्व करने वाले संगठन आईबीए और बैंकों के कर्मचारियों व अधिकारियों की यूनियनों का प्रतिनिधित्व करने वाले यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) के सदस्यों के बीच हुई बैठक में लिया गया।
बैंक यूनियंस और आईबीए के बीच हुये समझौते के मुताबिक यह वेतन वृद्धि नवंबर 2017 से प्रभाव में आयेगी। समझौते के मुताबिक वेतन और भत्तों में सालाना 15 प्रतिशत वृद्धि 31 मार्च 2017 के वेतन बिल के आधार पर दी जायेगी। पे-स्लिप में शामिल मदों के मुताबिक इस पर 7,898 करोड़ रुपये का अतिरिक्त व्यय होगा। सार्वजनिक, निजी और विदेशी बैंकों सहित 37 बैंकों ने अपने कर्मचारियों की वेतन वृद्धि के बारे में निर्णय लेने के लिये आईबीए को अधिकार दिया हुआ है।