भारत सरकार द्वारा विभिन्न क्षेत्रों को प्रदान की जा रही पीएलआई के असाधारण प्रोत्साहन के अनुरूप, मंत्रिमंडल ने आज दूरसंचार और नेटवर्किंग उत्पादों के उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना को मंजूरी दी।
यह मंजूरी मोबाइल और उससे जुड़े अवयवों केउत्पादन से संबंधित पीएलआई की बेहद उत्साहजनक सफलता को देखते हुएदी गई है। इस पीएलआई की घोषणा अप्रैल 2020 में कोविड महामारी की चरम स्थिति के दौरान की गयी थी। आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 जुलाई 2020 होने के बावजूद, इस योजना को शानदार प्रतिक्रिया मिली थी। दुनिया के सभी प्रमुख मोबाइल से जुड़ेअवयवों के निर्माता भारत में निवेश करते हुए, निर्यात की शुरूआत करते हुए और हजारों भारतीयों को रोजगार देते हुए यहां अपनी सशक्त मौजूदगी का विस्तार कररहे हैं।
कैबिनेट के आज के फैसले ने भारत को कोर ट्रांसमिशन उपकरण, 4G / 5G नेक्स्ट जेनरेशन रेडियो एक्सेस नेटवर्क और वायरलेस उपकरण, एक्सेस एंड कस्टमर प्रीमिसेस इक्विपमेंट (सीपीई), इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) एक्सेस डिवाइस, अन्य वायरलेस उपकरण और स्विच, राउटर आदि जैसे एंटरप्राइज़ उपकरण सहित दूरसंचार से संबंधित विभिन्न उपकरणों के निर्माण का एक वैश्विक केंद्र बनाने के आत्मनिर्भर भारत के एक अन्य उद्देश्य को पूरा किया।