उत्तर प्रदेश के आगरा में बस हाईजैक मामले में खुलासा हो गया है। बताया जा रहा है कि बस को फाइनेंसर ले गया था। उसने यात्रियों को झांसी में छोड़ दिया। पुलिस के अनुसार, श्रीराम फाइनेंस कंपनी बदमाशों की मदद से बस गई। बस को लो जाने से पहले बस ड्राइवर और कंडक्टर को एक ढाबे पर खाना खिलाया और दोनों को 300-300 रुपये भी दिए। इसके बाद फाइनेंस कंपनी के गुंडों में से एक बस को चलाकर अज्ञात स्थान पर ले गया। अभी तक पुलिस को बस की सुराग नहीं मिली है। आगरा पुलिस, ग्वालियर के आईजी से लगातार संपर्क है।
पुलिस के मुताबिक, ड्राइवर और कंडक्टर ने बताया कि बस को हाईजैक करने वालों ने खुद को श्रीराम फाइनेंस केंपनी का कर्मचारी बताया। उनका कहना था कि बस मालिक किश्त नहीं चुका पा रहे हैं। वहीं, आगरा के एडीजी ने बताया कि यह एक गंभीर मामला है। अगर किश्त नहीं चुकाया गया था तो उसकी वसूली का कानूनी तरीका होता है। कोई भी ऐसे कानून को हाथ में नहीं ले सकता। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इससे पहले यह खबर आई थी कि 34 यात्रियों समेत बस को बदमाशों ने हाईजैक कर लिया है। यह घटना देर रात की है। बताया जा रहा है कि मलपुरा थाना इलाके के दक्षिणी बाईपास पर यह लोग कार में सवार होकर पहुंचे थे। चार लोगों ने कार को रोका। ड्राइवर और कंडक्टर को हाईवे पर छोड़ दिया और बस को अपने साथ अज्ञात जगह पर ले गए। सूचना के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।
यह एक प्राइवेट बस थी, जिसमें 34 यात्री सवार थे। ड्राइवर और कंडक्टर ने ही पुलिस को वारादात की सूचना दी थी। इसके बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और फिर बस की तलाशी शुरू की। यह बस गुरुग्राम से मध्यप्रदेश जा रही थी।