कोरबा (IP News). एनटीपीसी कोरबा परियोजना राख के शत प्रतिशत उपयोगिता के मामले में अग्रसर हो रहा है। संयंत्र प्रबंधन द्वारा जनवरी और फरवरी 2021 में सौ फीसदी फ्लाई ऐश यूटिलाइजेशन किया गया है। ड्राई ऐश साइलो भी स्थापित किया जा रहा हैै। साइलो के स्थापित हो जाने के बाद रेल वैगन के जरिए राख का परिवहन किया जा सकेगा।
कोरबा के मुख्य महाप्रबंधक विश्वरूप बसु ने कहा कि वर्तमान में राख की उपयोगिता एक बड़ी चुनौती है।
एनजीटी के नियमों के तहत संयंत्र से उत्सर्जित राख की शत प्रतिशत उपयोगिता की जानी है। एनटीपीसी कोरबा के इतिहास में पहली बार जनवरी और फरवरी 2021 में राखड़ का शत प्रतिशत इस्तेमाल किया गया है। शत प्रतिशत उपयोगिता को निरंतर बनाए रखने के लिए पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। श्री बसु ने बताया कि रैक के जरिए राख के परिवहन के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किया जा रहा है। इसके तहत ड्राई ऐश साइलो स्थापित किया जाएगा। ऐश वैगन की भी डिमांड की गई है। एक रैक में 3600 टन राख का परिवहन हो सकेगा।
राख बनेगी रेत का विकल्प!
रेत के विकल्प के रूप में राख का उपयोग कैसे किया जा सकेगा, इसको लेकर अध्ययन हो रहा है। खेती में राख की उपयोगिता बढ़ाने पर भी काम चल रहा है। वर्तमान में समय में राख एक अभिशाप की तरह जरूर है, लेकिन भविष्य में इसकी उपयोगिता और बढ़ेगी। सड़कों के निर्माण, लो लाइन एरिया, डाइक की हाइट बढ़ाने और कोरबा में स्थित एसईसीएल मानिकुपर की ओपनकास्ट माइंस में राख का भराव किया जा रहा है। एसईसीएल की तीन बंद हो चुकी अंडरग्राउंट माइंस में राख के भराव के लिए डीजीएमएस की स्वीकृति का इंतजार है।
एसईसीएल सेे कोयले की गुणवत्ता को लेकर कोई शिकायत नहीं
मुख्य महाप्रबंधक विश्वरूप बसु ने एक सवाल के जवाब में बताया कि एसईसीएल से वर्तमान में अच्छी गुणवत्ता का कोयला मिल रहा है। पूर्व में कोयले की गुणवत्ता को लेकर शिकायतें थीं। संयंत्र को आपूर्ति हो रहे कोयले में ऐश कंटेंट 33 फीसदी है।
कोरबा संयंत्र के पीएलफ में हुई बढ़ोतरी
श्री बसु ने बताया कि पूरे देश में विद्युत संयंत्रों के औसतन प्लांट लोड फैक्टर (पीएलएफ) में 4 फीसदी की गिरावट आई है। एनटीपीसी कोरबा के पीएलएफ में 7 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। सीजीएम ने बताया कि एनटीपीसी कोरबा सबसे सस्ती बिजली भी तैयार करता है। इसकी लागत 1.42 रुपए से 1.45 रुपए तक है।
रोड सेफ्टी क्रिकेट वल्र्ड सीरीज 2021 के लिए दिए एक करोड़
विश्वरूप बसु ने सीएसआर के तहत किए जा रहे कार्यों भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि रायपुर में आयोजित हो रही कि क्रिकेट की रोड सेफ्टी वल्र्ड सीरीज 2021 के संपादन में सहयोग के लिए कोरबा, सीपत एवं लारा परियोजना ने संयुक्त रूप से एक करोड़ रुपए की राशि प्रदान की है। 2020 में कोविड संकटकाल में सीएसआर का पूरा बजट खर्च किया गया है।