नई दिल्ली (IP News). एनटीपीसी समूह ने चालू वित्त वर्ष में 100 बिलियन यूनिट का समग्र उत्पादन हासिल किया है। इस तरह कंपनी के संयंत्रों में परिचालन की उत्कृष्टता के लिए समूह की प्रतिबद्धता मजबूत हुई है।
केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (सीईए) द्वारा प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार, छत्तीसगढ़ में एनटीपीसी कोरबा (2600 मेगावाट) अप्रैल से जुलाई 2020 के बीच 97.42 प्रतिशत प्लांट लोड फैक्टर (पीएलएफ) के साथ भारत में शीर्ष प्रदर्शन करने वाले थर्मल पावर प्लांट के रूप में उभरा है।
साथ ही एनटीपीसी के पांच अन्य प्रमुख बिजली संयंत्रों ने भी असाधारण प्रदर्शन दर्ज किया है। छत्तीसगढ़ में एनटीपीसी, सीपत (2980 मेगावाट), उत्तर प्रदेश में एनटीपीसी रिहंद (3000 मेगावाट), मध्यप्रदेश में एनटीपीसी विंध्याचल (4760 मेगावाट) और ओडिशा में एनटीपीसी तालचेर कनिहा (3000 मेगावाट) और एनटीपीसी तालछेर थर्मल (460 मेगावाट) संयंत्र पीएलएफ प्रदर्शन के आधार पर देश में टाॅप 10 थर्मल पावर प्लांट्स में शामिल किए गए हैं।
इसके अलावा, उत्तर प्रदेश में एनटीपीसी सिंगरौली की यूनिट 4 और यूनिट 1 (जिन्हें क्रमशः जनवरी 1984 और जून 1982 में शुरू किया गया था) ने अप्रैल से जुलाई 2020 तक क्रमशः 99.90 प्रतिशत और 99.87 प्रतिशत के साथ देश में उच्चतम पीएलएफ हासिल किया। यह बिजली संयंत्रों के संचालन और रखरखाव में एनटीपीसी की विशेषज्ञता और परिचालन उत्कृष्टता के उच्च स्तर को प्रदर्शित करता है।
62.9 गीगावाट की कुल स्थापित क्षमता के साथ, एनटीपीसी समूह के पास 70 बिजली स्टेशन हैं, जिनमें 24 कोयला, 7 कंबाइंड साइकल गैसध्लिक्विड फ्यूल, 1 हाइड्रो, 13 नवीकरण और 25 सहायक और जेवी पावर स्टेशन हैं। समूह के पास 20 गीगावॉट क्षमता निर्माणाधीन है, जिसमें 5 गीगावॉट की नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाएं शामिल हैं।