एमेजॉन इंडिया ने कहा कि प्रभावी तरीके से अपने ग्राहकों तक पहुंचने के लिए और मांग में आई उछाल को पूरा करने के लिए करीब 50,000 मौसमी रोजगार सृजित किए हैं। कंपनी का कहना है कि कोविड-19 महामारी में ग्राहक अपनी सुरक्षा के लिए उनके प्लेटफॉर्म पर भरोसा जता रहे हैं जिसके कारण मांग में भारी उछाल आई है। इन नौकरियों की प्रकृति अस्थायी है और इनकी कई तरह की भूमिकाएं हैं।
कस्टमर फुलफिलमेंट ऑपरेशंस, एपीएसी, एमईएनए ऐंड एलएटीएएम, एमेजॉन के उपाध्यक्ष अखिल सक्सेना ने कहा, ‘कोविड-19 से हमने जो एक बात सीखी है वह यह कि एमेजॉन और ई-कॉमर्स हमारे ग्राहकों के साथ साथ छोटे कारोबारियों और अर्थव्यवस्था के लिए कितनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। हम इस जिम्मेदारी को गंभीरता से लेते हैं और हमें इस बात पर गर्व है कि इस मुश्किल समय में हमारी टीमें छोटे और दूसरे कारोबारों को हमारे ग्राहकों तक पहुंचने में मदद कर रही हैं।’
चूंकि भारत कोविड-19 महामारी से मुकाबले के लिए अभी भी सामाजिक दूरी का पालन कर रहा है ऐसे में एमेजॉन इंडिया ने कहा कि वह दृढ़ता से विश्वास करती है कि समुदाय को महत्त्वपूर्ण सेवा मुहैया कराने में उसकी अद्भुत भूमिका है। इसमें लोगों को उनके घर से निकले बिना उनकी जरूरत का सामान उपलब्ध कराना शामिल है।
नौकरी के इन मौकों का सृजन करते हुए एमेजॉन ने कहा वह अपने सहायकों, पार्टनर, कर्मचारियों और ग्राहकों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है और उनकी सुरक्षा के लिए कई उपाय किए हैं।
इस साल अपनी भारत यात्रा में एमेजॉन के संस्थापक और मुख्य कार्याधिकारी जेफ बेजोस ने कहा कि उनकी कंपनी ने 2025 तक भारत में 10 लाख लोगों को नौकरी देने की योजना बनाई है जिसके लिए तकनीक, बुनियादी ढांचा और अपने लॉजिस्टिक नेटवर्क में निरंतर निवेश करती रहेगी। ये नौकरियां विगत छह वर्षों में भारत में एमेजॉन के निवेशों से मिली सात लाख नौकरियों के अलावा होंगी।
एमेजॉन ने अब तक भारतीय बाजार में 6.5 अरब डॉलर का निवेश किया है जिसमें इस साल जनवरी में बेजोस की ओर से घोषित 1 अरब डॉलर की घोषणा शामिल है। कंपनी ने यह निवेश देश में ई-कॉमर्स के क्षेत्र में मौजूद अवसर का लाभ उठाने के लिए किया है।
अन्य ई-कॉमर्स कंपनियां भी महामारी के दौरान मांग में आई उछाल को पूरा करने के लिए नियुक्तियों पर जोर दे रही हैं क्योंकि लोग अपने आप को घरों में बंद रखना चाहते हैं। ई-ग्रोसरी स्टार्टअप बिगबास्केट ने अपने गोदामों और अंतिम गंतव्य तक डिलिवरी देने के लिए 10,000 कार्यकारियों की नियुक्ति की घोषणा की है। बिग बास्केट में मानव संसाधन के उपाध्यक्ष तनुजा तिवारी ने कहा, ‘पिछले दो महीने श्रम बल की जरूरत को पूरा करने की दृष्टि से बहुत कठिन रहे हैं। हमारी क्षेत्रीय टीमें विभिन्न माध्यमों से आक्रामक तरीके से नियुक्तियां कर रही हैं।’