बिलासपुर (IP News). मंगलवार को एसईसीएल एवं एमसीएल में विभिन्न पदों पर कार्य कर चुके एसके पाल ने एसईसीएल में निदेशक (तकनीकी) का पदभार ग्रहण किया। श्री पाल को एसईसीएल के निदेशक मंडल तथा अन्य कर्मियों ने बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।
उल्लेखनीय है कि एसके पाल, निदेशक (तकनीकी) का दायित्व संभालने से पूर्व एसईसीएल के गेवरा एवं कोरबा क्षेत्र के क्षेत्रीय महाप्रबंधक रहे हैं। जटिल कार्यों को सरलता से पूर्ण करने की खूबी रखने वाले श्री पाल ने अपने कार्य के दौरान कई अहम उपलब्धियां हासिल की हैं। इनमें क्षेत्रीय महाप्रबंधक के तौर पर कार्य करते हुए कोयला उत्पादन एवं संप्रेषण में सुद्ढ़ बढ़त शामिल है। इसी दौरान गेवरा क्षेत्र में साइला कीे स्थापना एवं उन्नयन में उनका विशेष योगदान रहा है। कोरबा क्षेत्र ने भी उनके कार्यकाल में कोयला उत्पादन-उत्पादकता एवं संप्रेषण में विशेष बढ़त हासिल की।
कोयला क्षेत्र में विशेषज्ञ की पहचान रखने वाले श्री पाल ने माइनिंग में बैचलेर आॅफ साइंस (इंजीनियरिंग), वर्ष 1981 में एनआईटी, राऊरकेला से पूर्ण किया। वर्ष 1985 को महानदी कोलफिल्डस लिमिटेड से कोल इंडिया में अपनी सेवाएॅ प्रारंभ की। नवंबर, 2002 में उनकी पदस्थापना एसईसीएल में हुई।
एसईसीएल में उन्होनें गेवरा एवं कोरबा क्षेत्र के साथ साथ कुसमंुण्डा एवं जोहिला क्षेत्र में भी अपना विशेष योगदान दिया। एसईसीएल मुख्यालय में महाप्रबंधक (सी.एम.सी.) के तौर पर उन्होंनें अपना कार्यकाल बखूबी निभाया। इस दौरान उन्होनें ई-निविदा प्रणाली को अपनाने एवं विस्तारित करने में अहम भूमिका निभाई।
श्री पाल को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए विभिन्न पुरस्कारों से नवाजा गया है। इसमे विशेष तौर पर जोहिला क्षेत्र में कार्य के दौरान वर्ष 2007 में कंचन ओपनकास्ट प्रोजेक्ट को सुरक्षा के लिए मिला एक्सेलेंस अवार्ड शामिल है।
एकल रूप में देश की सबसे बड़ी कोयला उत्पादक कंपनी एसईसीएल को निश्चय ही एसके पाल के दीर्घ अनुभवों, नेतृत्व क्षमता तथा उत्कृष्ट कार्यशैली का लाभ मिल सकेगा तथा इस बाबत उनके आगमन से एसईसीएल परिवार में उत्साह देखा जा रहा है।