कोरबा (IP News). सुबह से शाम हो गई, लेकिन स्लाइडिंग के कारण खदान में मलबे में दबे मजदूर को बाहर नहीं निकाला जा सका। शुक्रवार को फिर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जाएगा।
यहां बताना होगा कि गुरुवार की सुबह से ही छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में भारी बारिश हो रही है। बारिश की वजह से एसईसीएल की कुसमुंडा खदान में ठेका श्रमिक सुरेश दास महंत (30 वर्ष) हादसे का शिकार हो गया। जानकारी के अनुसार सुबह साढ़े छह बजे करीब सुरेश अपने साथी रमाकांत के साथ खदान में बने अस्थाई शेड (गुमटी) में टिफ़िन रखने गया था। इस एरिया में 4 ठेका श्रमिक और एसईसीएल कर्मी पंप खलासी व सुपरवाइजर भी थे।
इस दौरान तेज बारिश भी हो रही थी। इसी बीच शेड के पीछे की और से मलबे के साथ तेज बहाव आ गया। शेड में गए दोनों मजदूर कुछ समझ पाते इसके पहले बहाव ने शेड को भी अपनी चपेट में ले लिया। रमाकांत ने एक पाइप को पकड़कर अपने आप को बहने से रोक लिया, लेकिन सुरेश दास बह गया। बताया गया है कि मिट्टी, कोयला के मलबे वाले बहाव के साथ सुरेश करीब 25- 30 फीट नीचे जा गिरा। नीचे कोयला निकासी के बाद बना एक बड़ा सा गड्ढा है। ठेका श्रमिक मलबे के साथ इसी में समाहित हो गया। प्रबंधन ने बचाव कार्य शुरू करने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। जिला मुख्यालय से नगर सैनिकों का बचाव दल भी पहुंचा। चूंकि पूरा इलाका दलदलनुमा हो चुका था, इस कारण जेसीबी मशीन भी वहां नहीं ले जाई जा सकी।
दोपहर बाद बिलासपुर से एनडीआरएफ की टीम पहुंची। शाम को अंधेरा घिर जाने के बाद रेस्क्यू रोक दिया गया। शुक्रवार को फिर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जाएगा। इस तरह की घटना घटित होने पर एसईसीएल प्रबंधन के पास न ही रेस्क्यू टीम है और न ही संसाधन।