कोरबा (आईपी न्यूज़)। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव और उसकी रोकथाम के लिये जिला प्रषासन द्वारा सभी जरूरी व्यवस्थायें की जा रही हैं। जिला अस्पताल में चार आइसोलेशन वार्ड बना लिये गये हैं और उन वार्डों में संदिग्ध मरीजों सहित संक्रमित होने की दशा में कोरोना ग्रसित मरीज के इलाज की सभी इंतजाम भी कर लिये गये हैं। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आज सुबह अचानक जिला अस्पताल में किये गये इंतजामों का निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल का भ्रमण कर ओपीडी में मरीजों की लगी भीड़ पर सिविल सर्जन के प्रति गहरी नाराजगी व्यक्त की। कलेक्टर ने अस्पताल जैसी संवेदनशील जगह पर लोगों की भीड़ लगने को अनुचित मानते हुये मौके पर ही सिविल सर्जन अरूण तिवारी के प्रति गहरी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने सभी डॉक्टर्स को अपने-अपने कमरों में बैठकर निर्धारित समय में मरीजों की जांॅच और इलाज करने के निर्देश दिये।
कलेक्टर श्रीमती कौशल के औचक निरीक्षण के दौरान सिविल सर्जन अरूण तिवारी अन्य डॉक्टर्स के साथ बैठक कर रहे थे। इस कारण से ओपीडी में डाॅक्टर उपस्थित नहीं थे और मरीजों की भीड़ ओपीडी परिसर में लग गई थी। मौके पर पहुॅंची कलेक्टर ने अस्पताल जैसी बेहद संवेदनशील जगह पर इतनी भीड़ देखकर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुये सिविल सर्जन और सभी डॉक्टर्स को तलब किया। कलेक्टर ने सभी डॉक्टर्स को कोरोना वायरस के संक्रमण के इन मौजूदा हालातों में अपने-अपने कक्षों में बैठकर मरीजों की सघन जाॅंच करने के निर्देश दिये। उन्होंने इस दौरान अस्पताल स्तर पर किसी भी प्रकार की बैठक आदि आयोजित नहीं करने के निर्देश अधिकारियों को दिये।
कलेक्टर ने कोरोना वायरस के संक्रमण से बने हालातों और उसकी रोकथाम के लिये किये जा रहे इंतजामों के मद्देनजर सिविल सर्जन डाॅ. अरूण तिवारी के सभी प्रशासनिक अधिकारों को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा निर्वहन किये जाने के निर्देश दिये। श्रीमती कौशल ने अस्पताल में इस संबंध में सभी जरूरी इंतजाम और जाॅंच उपकरणों तथा दवाओं आदि की समुचित मात्रा में व्यवस्था के लिये मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को तत्काल निर्देशित किया।

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