कोरबा (आईपी न्यूज़)। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के कटघोरा स्थित मस्जिद में मिले 16 जमातियों के खिलाफ एआईआर तो दर्ज कर ली गई है, लेकिन इसका खुलासा नहीं हो सका है नाबालिग जमाती कोरोना संक्रमित कैसे हुआ?
कटघोरा की पुरानी स्थित तबलीगी जमात की जामा मस्जिद में मिले नाबालिग के बारे में यह स्पष्ट हो गया है कि वो दिल्ली के निजामुद्दीन में हुए जमात के मरकज में शामिल नहीं हुआ था। जो 16 लोग कटघोरा की मस्जिद में ठहरे थे, इनमें केवल एक जमाती ही मरकज में शिरकत करने नागपुर से निजामुद्दीन गया था। यह व्यक्ति 7, 8 और 9 मार्च को मरकज में सम्मिलित हुआ था तथा नागपुर वापसी करते हुए बाकी 15 लोगों के साथ 14 मार्च को कोरबा- कटघोरा पहुंचा था। मरकज में शामिल हुए इस व्यक्ति का स्वाब सेंपल नेगेटिव आया है। 16 जमातियों के समूह में केवल एक नाबालिग कोरोना पॉजिटिव निकला। सवाल यह है कि आख़िर नाबालिग किसके संपर्क में आकर संक्रमित हुआ। न ही प्रशासन, पुलिस और न ही स्वास्थ्य विभाग इस गुत्थी को सुलझा पा रहा है।
इधर, पुलिस ने इन 16 जमातियों की जो ट्रेवल्स हिस्ट्री खंगाली है इसके अनुसार ये लोग 2 मार्च को नहीं बल्कि 14 मार्च को कटघोरा पहुंचे थे। 14 मार्च को बिलासपुर तक गोंदिया स्टेशन से ट्रेन के जरिए आये थे। बिलासपुर से ये सभी बस के माध्यम से कटघोरा पहुंचे। पहले इन लोगों ने 2 मार्च को कोरबा आना बताया था। मरकज जाने वाले जमाती ने भी इसकी जानकारी पूर्व की पूछताछ में नहीं दी थी। पुलिस ने जब CDR की जांच की तब इसका खुलासा हुआ।