कोरबा (आईपी न्यूज)। कोरोना के हॅाटस्पाॅट बन चुके कोरबा जिले के कटघोरा के वार्ड नंबर 10 एवं 11 से संक्रमण के लिए हाई रिस्क संभावना वाले सभी लोगों को क्षेत्र से निकालकर सुरक्षित क्वारंटाइन सेंटर्स में रखने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस संबंध में आज कलेक्टर किरण कौशल ने स्थानीय अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की और कोरोना संक्रमण को बढ़ने से रोकने तथा इसे नियंत्रित करने के लिए अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। श्रीमती कौशल ने कोरोना संक्रमित कोर एरिया पुरानी बस्ती जामा मस्जिद पारा से सभी गर्भवती महिलाओं, शून्य से छह माह तक के बच्चों वाली शिशुवती माताओं सहित सभी बुजुर्गों को भी सुरक्षित क्वारंटाइन सेंटर्स में रखने के निर्देश दिये। डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, पैरालिसिस, किडनी के रोग आदि से पीड़ित बीमार बुजुर्गों को भी संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए तत्काल कोर एरिया से बाहर क्वारंटाइन सेंटर्स में शिफ्ट करने के निर्देश कलेक्टर ने अधिकारियों को दिये। बैठक में अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी संजय अग्रवाल, जिला पंचायत के सीईओ एस जयवर्धन, एसडीएम सूर्यकिरण तिवारी, सीएमएचओ डा. बीबी बोडे, डीपीएम पद्माकर शिंदे भी उपस्थित रहे।
सर्वेलेंस टीम कोर एरिया से जुटा रही जानकारी
बैठक में कलेक्टर ने निर्देशित किया कि तत्काल सर्वेलेंस टीम द्वारा कोर एरिया का घर-घर सर्वे कर बीमार बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं, शिशुवती महिलाओं की पतासाजी की जाये और सूची तैयार कर उन्हें अलग-अलग सुरक्षित क्वारंटाइन सेंटर्स में भेजने की व्यवस्था की जाये। कलेक्टर ने आगामी एक-दो दिन बाद कोर एरिया के सभी घरों को भीतर से सोडियम हाइपोक्लोराईड सल्यूशन छिड़काव कर विसंक्रमिकृत करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने पूरे कटघोरा शहर को भी लगातार सेनेटाइज करते रहने के निर्देश दिए।
अब सब्जियां भी शामिल, घर बैठे मंगा सकेंगे
बैठक में कलेक्टर श्रीमती कौशल ने अति आवश्यक सेवाओं में दवाई, राशन के साथ-साथ अब सब्जियों को भी शामिल कर दिया है। कोरोना प्रभावित कटघोरा के लोगों को अब सब्जियां दवाई और राशन की तरह वाट्सएप्प गु्रप पर आर्डर करने से घर बैठे मिल जायेगी। सब्जियां तीन दिन और पांच दिन की जरूरत के हिसाब से पैकेट के रूप में मिलेगी। लोगों को इनके दाम घर पहुंच सेवा देने वाले वालिंटियर को होम डिलेवरी के वक्त चुकाने होंगे। कोर एरिया में पिछले तीन दिनों से घर-घर सब्जी पहुंचाने का काम एसडीएम श्रीमती सूर्यकिरण के समन्वय से वालिंटियरों एवं नगर पालिका परिषद के कर्मचारियों द्वारा सावधानी से किया जा रहा है। यह प्रयोग सफल रहा है और अब कलेक्टर के निर्देश पर इसे लॅाक डाउन पर चल रहे पूरे कटघोरा शहर में लागू किया जा रहा है।