कोरबा (IP News). तीन दिवसीय हड़ताल के बावजूद कमर्शियल माइनिंग के निर्णय पर विचार करने जैसे कोई संकेत सरकार ने नहीं दिए हैं। इधर, बताया गया है कि 14 अगस्त को कोल ब्लाॅक के लिए टेंडर भरे जाएंगे। टेंडर 18 अगस्त को खोला जाएगा। नीलामी के लिए 41 कोल ब्लाॅक का चयन किया गया है, लेकिन इनमें छत्तीसगढ़ के चार व महाराष्ट्र में स्थित एक कोल ब्लाॅक बांडेर को नीलामी से हटाया जा सकता है। इसकी जानकारी कोयला मंत्री श्री जोशी ने स्वंय दी है।
बताया जा रहा है कि कोल ब्लाॅक के लिए देशी सहित विदेशी कंपनियां भी रुचि दिखा रही हैं। कमर्शियल माइनिंग के लिए कोल ब्लाॅक की नीलामी प्रक्रिया के टेक्निकल सेशन में 1,140 कंपनियों ने हिस्सा लिया था। इसमें करीब 60 कंपनियां अंतरराष्ट्रीय थीं। 26 कंपनियों ने टेंडर डॉक्यूमेंट्स खरीदे थे और देश व विदेश की 10 कंपनियों ने खदानों का मौका मुआयना की इच्छा जाहिर की थी। कोयला मंत्री के अनुसार नीलामी प्रक्रिया शुरू होने के बाद 8 दिनों के भीतर ही 329 पंजीयन हुए और 26 टेंडर डॉक्यूमेंट्स बिके। हर टेंडर डॉक्यूमेंट 5 लाख रुपए का बिका।
यहां बताना होगा कि नीलामी के लिए रखे गए कोल ब्लाॅक ओडिशा, झारखंड, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में स्थित हैं। सरकार द्वारा इन खदानों के जरिए 2.8 लाख लोगों को रोजगार मिलने का दावा किया जा रहा है। खदानें शुरू होने पर राज्य सरकारों को हर साल 20,000 करोड़ रुपए का राजस्व मिलने की बात भी कही गई है। इधर, कोयला उद्योग में कमर्शियल माइनिंग के विरोध में तीन दिवसीय हड़ताल के बाद श्रमिक संगठन आंदोलन को आम जनता के बीच ले जाने की तैयारी में हैं।