कोरबा (IP News). कोयला मंत्रालय द्वारा 9 दिसम्बर, 2020 को कमर्शियल माइनिंग के तहत चार कोल ब्लाॅक छेंदीपदा, छेंदीपदा-2, सेरेगरहा और कुरालोई ए नार्थ की नीलामी के लिए निविदा जारी की गई थी। इधर, केवल एक कोल ब्लाॅक कुरालोई ए नार्थ (Kuraloi (A) North) लिए बोली मिली है। यह खदान झारखण्ड में स्थित है। बोली जमा करने वाली कंपनी वेदांता लिमिटेड है। शेष तीनो कोयला खदानों के लिए किसी भी कंपनी ने रूचि नहीं दिखाई है।
यहां बताना होगा कि ओड़िशा में स्थित छेंदीपदा एवं छेंदीपदा-2 कोल ब्लाॅक को कमर्शियल माइनिंग के तहत नवम्बर में संपन्न हुई नीलामी की सूची में भी रखा गया था, लेकिन ये कोल ब्लाॅक नीलामी के अंतिम सूची में शामिल नहीं हो सके थे। इन दोनों कोल ब्लाॅक में 1908.98 कोयले का भंडार स्थित है।
वेदांता लिमिटेड ने जिस कोल ब्लाॅक (कुरालोई ए नार्थ) लिए बोली जमा की है उसमें 1680.23 मिलियन टन कोल रिजर्व है। नवम्बर में हुई नीलामी में वेदांता को ओड़िशा का राधिकापुर पश्चिम कोल ब्लाॅक प्राप्त हुआ था। झारखण्ड में स्थित कोल ब्लाॅक सेरेगरहा में 187.29 मिलियन टन कोयला भंडारित है।
इन चार कोल ब्लाॅक की नीलामी के लिए निविदा जारी करने के दौरान कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी ने ट्वीट कर कहा था कि कमर्शियल माइनिंग के तहत हुए आॅक्शन की सफलता के बाद चार और कोल ब्लाॅक की नीलामी की जा रही है। श्री जोशी ने अपने ट्वीट में दावा किया कि इन चार कोल ब्लाॅक की नीलामी से 70 हजार रोजगार का सृजन होगा।
पूर्व में कमर्शियल माइनिंग के तहत 38 कोल ब्लाॅक नीलामी के लिए चिन्हांकित किए गए थे। इनमें 19 कोल ब्लाॅक की ही नीलामी हो सकी है।