किम जोंग उन की छोटी बहन हैं किम यो जोंग। पिछले दो सालों में वह किम के आसपास अक्सर देखी जाती हैं। वह सत्ताधारी वर्कर्स पार्टी की शक्तिशाली केंद्रीय समिति की उपाध्यक्ष हैं। 31 वर्षीय किम यो जोंग अपने भाई और तानाशाह किम जोंग उन की विश्वासपात्र हैं। सत्ताधारी पार्टी पर उनकी मजबूत पकड़ बताई जाती है।
साउथ कोरिया और चाइनीज अधिकारियों ने किम जोंग उन को लेकर आई खबर को एक तरह से खारिज किया है तो अमेरिका ने कहा है कि उसके पास उत्तर कोरिया के राष्ट्रपति को लेकर कोई जानकारी नहीं है। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि स्वास्थ्य ठीक नहीं होने की वजह से ही किम जोंग उन सरकार के अहम कार्यक्रमों में मौजूद नहीं रहे। कुछ मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि यदि 36 वर्षीय किम जोंग उन की तबीयत में सुधार नहीं होता है तो उनकी बहन और विश्वासपात्र किम यो जोंग देश की अगली तानाशाह हो सकती हैं।
किम जोंग उन अपने परिवार के तीसरी पीढ़ी के नेता हैं। 2011 में पिता किम जोंग II की हार्ट अटैक से मौत के पिता के बाद किम जोंग जूनियर ने सत्ता संभाली। 1948 में देश के गठन के बाद से ही किम के परिवार का उत्तर कोरिया की सत्ता पर कब्जा रहा है और हर नेता की मौत के बाद इस तरह के सवाल उठे कि अब गद्दी कौन संभालेगा? क्या किम वंश का शासन समाप्त हो जाएगा? लेकिन तीनों ही किम ने इन सवालों को गलत साबित किया है और शासन पर अपनी मजबूत पकड़ कायम रखी। किम जोंग उन के शासन में उत्तर कोरिया ने अमेरिका के विरोध के बावजूद परमाणु हथियार और मिसाइलों से अपनी शक्ति खूब बढ़ा ली है।
source : Hindustan