कोरबा (आईपी न्यूज)। केन्द्र तमाम औद्योगिक नीतियों की मुखालफत पूरे देश में हो रही है। इलेक्ट्रीसिटी एक्ट 2003 में संशोधन को लेकर विद्युत कंपनियों के अधिकारी और कर्मचारियोें ने मोर्चा खोल दिया है। शुक्रवार 27 दिसम्बर को इस विषय और अन्य मुद्दों कोे लेकर कोरबा पश्चिम संयंत्र मेें संध्या 5.30 बजे गेट मीटिंग आयोजित की गई है। इसमें छत्तीसगढ़ विद्युत मंडल अभियंता संघ, छग राज्य बिजली उत्पादन संघ, विद्युत कर्मचारी संघ फेडरेशन इंटक (56), विद्युत कर्मचारी संघ फेडरेशन 01, छग राज्य विद्युत कर्मचारी संघ, जनता यूनियन, अजाजजा अधिकारी कर्मचारी संघ, वर्किंग वूमेन एसोसिएशन की भागीदार होगी। इलेक्ट्रीसिटी एक्ट संशोधन के विरोध के साथ ही बिजली कंपनियों के एकीकरण, पुरानी पेंशन योजना को पुनः प्रारंभ करने, ठेकेदारी एवं आउटसोर्सिंग प्रथा को समाप्त कर विभागीय एवं नवीन कर्मचारियों की भर्ती तथा अन्य सार्वजनिक उपक्रमों के निजीकरण की मुखालफत की जा रही है।