कोलकाता । भारत कोकिंग कोयले के आयात के लिए मंगोलिया तथा रूस से बातचीत कर रहा है। इससे देश की कोकिंग कोयले के आयात को कुछ देशों पर निर्भरता को कम किया जा सकेगा। केंद्रीय इस्पात तथा पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने यह जानकारी दी है। मंत्री ने कहा कि हम कोकिंग कोयले के आयात पर विचार कर रहा है। यह इस्पात विनिर्माण में काम आने वाला एक प्रमुख कच्चा माल है।
प्रधान ने कहा कि हम उचित मूल्य पर कोकिंग कोयले का आयात करने की तैयारी कर रहे हैं। भारत 2030-31 तक इस्पात उत्पादन को 30 करोड़ टन पर पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। प्रधान ने यहां एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘भारत द्वारा आस्ट्रेलिया से कोयले का आयात किया जा रहा है, जो अच्छा है। लेकिन मंगोलिया में भी अच्छी गुणवत्ता का कोयला उपलब्ध है। हमारी इस बारे में मंगोलिया सरकार से बातचीत चल रही है।
वर्ष 2016 में इस्पात मंत्रालय और सेल के वरिष्ठ अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल कोकिंग कोयले के आयात का करार करने मंगोलिया की राजधानी उलनबटोर में गया था। शुरुआती योजना इसका आयात चीन के बंदरगाह के जरिये करने की थी, लेकिन यह योजना आगे नहीं बढ़ सकी। अब सरकार रूस के वोस्तोस्चनी बंदरगाह के जरिये कोकिंग कोयला लाने का प्रयास कर रही है। प्रधान ने कहा कि हमने भारत सरकार की ओर से रूसी अधिकारियों के साथ भी बातचीत शुरू की है। भारत अपनी कोकिंग कोयले की 85 प्रतिशत जरूरत को आयात से पूरा करता है।