कोरबा (IP News). कोयला कामगारों में सालाना बोनस (एसग्रेसिया) को लेकर सुगबुगाहट शुरू हो गई है। कोरोना संकट इसमें रोड़ा तो नहीं बनेगा? यह भी चर्चा है। कहा जा रहा है कोल इंडिया प्रबंधन सितंबर में जेबीसीसीआइ की बैठक बुला सकता है।
जेबीसीसीआइ मानकीकरण की बैठक होने पर ही बोनस को लेकर सभी बातें स्पष्ट होंगी। इधर, कोल कर्मियों को उम्मीद है कि इस दफे उन्हें 70 हजार रुपए से ज्यादा का बोनस मिलना चाहिए। 2019 में 64 हजार 700 रुपए का एसग्रेसिया भुगतान हुआ था।
कोरोनाकाल में कोल कामगारों ने कोयला उत्पादन प्रभावित नहीं होने दिया। केवल देशव्यापी तीन दिवसीय हड़ताल के दौरान ही इसमें बाधा आई थी। विद्युत संयंत्रों सहित अन्य उद्योगों को ईंधन की नियमित आपूर्ति हुई है। सीआईएल ने 2019-20 में कर चुकाने के बाद 16,701 करोड़ रुपए का लाभ अर्जित किया है।
किस वर्ष कितना बोनस मिला :
2007 – 6,000
2008 – 8,350
2009 – 10,000
2010 – 15,000
2011 – 21,000
2012 – 26,500
2013 – 31,500
2014 – 40,000
2015 – 48,500
2016 – 54,000
2017 – 57,000
2018 – 60,500
2019 – 64,700