नई दिल्ली (आईपी न्यूज)। एनएलसी इंडिया लिमिटेड, कोयला मंत्रालय के अंतर्गत आनेवाला एक नवरत्न सार्वजनिक उद्यम, ने पहली बार कोयले का उत्पादन शुरू किया है। ओडिशा राज्य में तालाबिरा II और III खानों से कोयले का उत्पादन शुरू किया गया है, इसकी उत्पादन क्षमता 20 मिलियन टन प्रति वर्ष है और इसे 2016 में एनएलसीआईएल को आवंटित किया गया था। इसका उपयोग मौजूदा और भविष्य में कोयले से चलने वाले बिजली संयंत्रों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए किया जाएगा।

इस गतिविधि पर टिप्पणी करते हुए, एनएलसी इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक राकेश कुमार ने कहा, “कोविड-19 के कारण हुए लॉकडाउन के कठिन समय में इस परियोजना पर सफलता प्राप्त करके, हमारी टीम ने न केवल कंपनी को इसके विकास के मार्ग पर बढ़ने में मदद की है, बल्कि देश की ऊर्जा सुरक्षा की दृष्टिकोण से भी योगदान दिया है, विशेष रूप से तब जब कोयले के आयात से बचना सर्वोच्च प्राथमिकता बना हुआ है।”

इस कोल ब्लॉक को एमडीओ मॉडल के माध्यम से विकसित किया गया है, जिसे एनएलसी टीम द्वारा अभिनव रूप से विकसित और सफलतापूर्वक लागू किया गया है और इसने पूरे उद्योग जगत में सराहना अर्जित किया है। इस खदान का स्ट्रिपिंग अनुपात 1.09 से कम है और कोयला जी 12 ग्रेड का है, जो कि आने वाले समय में कंपनी को प्रतिस्पर्धात्मक ऊर्जा उत्पन्न करने में सक्षम बनाएगा। कोयले का उत्पादन 26 अप्रैल 2020 से शुरू किया गया है।

हाल के दिनों में, प्रमुख रूप से ऊर्जा, एनएलसी इंडिया लिमिटेड ने देश में अपनी तरह का पहला लिग्नाइट आधारित पावर प्लांट की दो इकाइयों में से एक में (1000 मेगावाट- 2 इकाइयों से प्रत्येक में 500 मेगावाट) सफलतापूर्वक चालू कर दिया है। 2019-2020 के दौरान, एनएलसीआईएल ने 1404 मेगावाट की नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन क्षमता को भी सफलतापूर्वक प्राप्त किया है, जिसमें 1353 मेगावाट सौर और 51 मेगावाट पवन ऊर्जा शामिल है।

 

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