कोरबा (आईपी न्यूज़)। शुक्रवार को वन विभाग के बड़े अफसर कोरबा पहुंचे। विषय गणेश हाथी को रेडियो रेकॉलेरिंग करना था। इसको लेकर बैठक की गई।
इसमें PCCF Wildlife अतुल शुक्ला , APCCF Wildlife अरूण कुमार पांडेय, CCF wildlife बिलासपुर संगीता गुप्ता, CF अम्बिकापुर श्री कंवर, DFO कोरबा गुरुनाथन, धरमजयगढ़ प्रियंका पाण्डेय, DFO कटघोरा शमा फारूकी, DFO रायगढ़ मनोज पांडेय, जंगल सफारी के वेट डॉक्टर राकेश शर्मा, बिलासपुर से डॉ चन्दन सहित अन्य अधिकारी और डॉक्टर की उपस्थिति थी। रेडियो रेकॉलेरिंग के लिए छतीसगढ़ को आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास में पहला कदम उठाया गया है।
गणेश हाथी को पिछले वर्ष जुलाई में कॉलेरिंग की गई थी। सेटेलाइट के माध्यम से प्रतिदिन लोकेशन ली जा रही थी। इसी बीच गणेश की लोकेशन मिलनी बंद हो गई। बाद में कुदमुरा से लगे जंगल में गणेश हाथी का कॉलर मिला। लोकेशन में केवल कॉलर एक ही स्थान पर बता रहा था। वन विभाग को समझने में देर नहीं लगी की कॉलर हाथी से निकल चुका है।
यह संभावना जताई गई कि हाथी चतुर प्राणी है और गणेश द्वारा किसी पेड़ की मदद से स्वयं कॉलर को निकाल लिया होगा। गणेश हाथी की अनुमानित उम्र 26 से 30 है। रेडियो कॉलेरिंग के बाद से कोरबा वनमंडल में गणेश द्वारा जनहानि शून्य है।
इधर, जनहानि को रोकने के लिए वन विभाग द्वारा गणेश को पुनः रेडियो कॉलर पहनाने की कवायद शुरू कर दी गई है। गणेश को पुनः कॉलर पहनाने के लिए अधिकारियों व वेटेरनरी डॉक्टरों के मध्य गहन विचार विमर्श हुआ। इस कार्य रोडमैप तैयार किया जाएगा।