कोरबा (IP News). मेसर्स केजेएसएल कोल एंड पाॅवर लिमिटेड द्वारा किए जाने वाले कोल वाॅशरी प्लांट के विस्तार के लिए पर्यावरणीय स्वीकृति हेतु 29 दिसम्बर, 2020 को लोक सुनवाई होगी। लोक सुनवाई का आयोजन ग्राम पंचायत धतूरा में होगा।

कंपनी द्वारा प्रस्तुत पर्यावरणीय प्रभाव आंकलन (EIA) रिपोर्ट के अनुसार मौजूदा क्षमता 1.60 एमटीपीए से 4.10 एमपीटीए का विस्तार किया जाना है। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के ग्राम धतूरा (विकासखंड पाली) में वाॅशरी स्थित है। रिपोर्ट के अनुसार मौजूदा वाॅशरी 16.45 हेक्टेयर क्षेत्रफल में स्थापित है। विस्तार के बाद भूमि का दायरा 20.64 हेक्टेयर हो जाएगा। कंपनी ने बताया है कि विस्तार के लिए भूमि अधिग्रहण की आवश्यकता नहीं होगी। कंपनी द्वारा एसईसीएल की गेवरा, दीपका और कुसमुंडा खदान से कोयला प्राप्त किया जा रहा है। धुलाई के बाद कोयले की आपूर्ति विद्युत सहित सीमेंट, स्पंज एंड आयरन व ग्लास संयंत्रों को की जाती है। विस्तार के बाद कंपनी एसईसीएल के कोरबा व रायगढ़ से भी कोयला प्राप्त करेगी।

सीएसआर का कोई काम नहीं, प्रदूषण फैला रहे

कंपनी द्वारा सीएसआर के तहत कोई योगदान नहीं दिया जा रहा है। वाॅशरी से प्रदूषण का फैलावा भी हो रहा है। कंपनी ने दावा किया है कि 2.65 हेक्टेयर क्षेत्र में ग्रीनबेल्ट विकसित किया गया है।

वाॅशरी की क्षमता में अंतर

पर्यावरणीय प्रभाव आंकलन रिपोर्ट में वाॅशरी की मौजूदा क्षमता 1.60 एमटीपीए बताई गई है। जबकि कंपनी ने अपनी वेबसाइट में क्षमता 2.00 एमटीपीए का उल्लेख किया है।

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