कोरबा (आईपी न्यूज़)। कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिये और इससे बचाव के तरीकों पर आज की साप्ताहिक समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने बैठक में अधिकारियों को अपने कार्यालयों में भी साफ-सफाई रखने और अपने महाततों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के पूरे उपाय करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। श्रीमती कौशल ने जिले में कोरोना वायरस को लेकर सेनेटाइजर, हैण्डवाश और मास्कों के अवैध भण्डारण तथा कालाबाजारी पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश अधिकारियो को दिये। श्रीमती कौशल ने हैण्डवाश, सेनेटाइजर और मास्कों का व्यापार करने वाले मेडिकल स्टोरों, स्टाॅकिस्टों और डिस्ट्रब्यूटरों के यहाॅं औचक निरीक्षण करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। इसके लिये उन्होंने राजस्व विभाग और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों का दल गठन कर कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा। बैठक में श्रीमती कौशल ने यह भी निर्देशित किया कि अवैध रूप से सेनेटाइजर और मास्क के भण्डारण, निर्धारित दर से अधिक दाम पर उन्हें बेचने की सूचना या शिकायत मिलने पर भी तत्परता से कार्रवाई की जाये। कलेक्टर ने सभी मेडिकल दुकानों से सेनेटाइजर और मास्क के भण्डारण तथा बिक्री की दैनिक जानकारी भी मंगाने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिये।
बाहर से आने वाले कोरोना के संदिग्ध संक्रमितों की पहचान के लिये रेल्वे स्टेशन और बस स्टैण्ड में बनेगा हेल्पडेस्कः
कोरबा में अन्य जिलों से या बाहर से आने वाले लोगों में सर्दी-खांसी-बुखार के साथ कोरोना वायरस से संदिग्ध संक्रमितों की पहचान कर उनका जरूरी सावधानियाॅं बरतते हुये उपयुक्त ईलाज कराने रेल्वे स्टेषन और बस स्टैण्ड में अस्थायी हेल्पडेस्क बनाने के निर्देश भी कलेक्टर श्रीमती कौशल ने समय-सीमा की साप्ताहिक बैठक में दिये। इन हेल्पडेस्कों के माध्यम से बाहर से आने वाले लोगों में सर्दी-खांसी-बुखार या कोरोेना से संक्रमित संदिग्ध व्यक्ति की उपयुक्त पहचान कर उन्हें आइसोलेट करने, उनकी जरूरी डाॅक्टरी जाॅंच कर उपचार करने का काम उनके आगमन स्थल से ही शुरू हो जायेगा। इससे बाहर से आने वाले लोगों के माध्यम से कोरबा में कोरोना वायरस के फैलाव को रोका जा सकेगा। साथ ही समय पर उन्हें ईलाज की सुविधा भी मिल सकेगी। कलेक्टर ने इन दोनों जगहों पर प्रशिक्षित मेडिकल स्टाॅफ के साथ सुरक्षा कर्मियों और पैरा-मेडिकल टीम को भी तैनात करने के निर्देश अधिकारियों को दिये।
शहर से लेकर गांवों तक कोरोना से बचाव संबंधी करें प्रचार-प्रसार :
कलेक्टर श्रीमती कौशल ने समय-सीमा की साप्ताहिक बैठक में कोरोना वायरस के बचाव के तरीकों को आम लोगों को बताने के लिये व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने इस संबंध में बड़े-बड़े फ्लैक्स बोर्ड, होर्डिंग्स आदि तैयार करवाकर सभी नगरीय क्षेत्रों में प्रदर्शित करने के निर्देश दिये। अस्पतालों, बस-स्टैण्ड, रेल्वे-स्टेशन जैसे सार्वजनिक उपयोग की जगहों पर कोरोना वायरस से संबंधित जानकारी और उससे बचाव के लिये की जाने वाली सावधानियों को भी प्रदर्शित करने के निर्देश कलेक्टर ने दिये हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में आंगनबाड़ी केन्द्रों से लेकर ग्राम पंचायत भवन और अन्य शासकीय भवनों में जानकारीयुक्त फ्लैक्स आदि लगाने तथा गांव-गांव में इस संबंध में दीवार-लेखन कराने के निर्देष भी कलेक्टर ने आज की बैठक में दिये।
सभी शासकीय अधिकारी-कर्मचारियों को कलेक्टर की अनुमति पर ही मिलेगी छुट्टीः- कोरोना वायरस के संक्रमण और उससे उत्पन्न परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुये कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आगामी 31 मार्च तक शासकीय अधिकारी-कर्मचारियों के अवकाश एवं मुख्यालय छोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया है। विषेष परिस्थितियों में अधिकारी-कर्मचारियों को कलेक्टर की अनुमति से ही अवकाष स्वीकृत किया जायेगा।
बाहर से आने वाले लोगों की सूचना जिला अस्पताल में देने की अपील :
कलेक्टर श्रीमती कौशल ने जिलेवासियों से यह अपील की है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिये बाहर से आने वाले किसी भी मेहमान या व्यक्ति की जानकारी वे तत्काल जिला अस्पताल के डाॅक्टरों को दें। उन्होंने विदेषों से ही नहीं बल्कि देश के अन्य राज्यों से भी कोरबा आने वाले लोगों की जानकारी लोगों से अस्पताल में देने की अपील की है। केरल, महाराष्ट्र, कर्नाटक, दिल्ली सहित देष के अन्य राज्यों में कोरोना संक्रमित प्रकरणों के मिलने से सावधानी बरतते हुये कलेक्टर ने यह अपील कोरबावासियों से की है। उन्होंने यह भी कहा है कि किसी भी प्रांत से कोरबा आने वाले लोगों की जानकारी मिलने पर उन्हें कम से कम 14 दिन तक स्वास्थ्य अवलोकन में रखा जाये। ऐसे व्यक्तियों के स्वास्थ्य की जानकारी प्रतिदिन ली जाये और जरूूूूूरत पड़ने पर कोरोना संक्रमण से संबंधित जरूरी जाॅंच भी करायी जाये। कलेक्टर ने कोरबा में स्थापित सभी सार्वजनिक उपक्रमों के अधिकारियों को भी अपने-अपने संस्थान में काम के सिलसिले में बाहर से आने वाले लोगांे की जानकारी प्रतिदिन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को पूरी गम्भीरता से उपलब्ध कराने के निर्देश बैठक में दिये।