कोल इंडिया लिमिटेड बोर्ड ने मौजूदा वित्त वर्ष में जनवरी तक कोयला खनन की 32 परियोजनाओं को मंजूरी दी है। कंपनी 2023-24 तक एक अरब टन कोयले की उत्पादन क्षमता हासिल करने के लिए इन खनन परियोजनाओं में लगभग 47,300 करोड़ रुपए का निवेश कर सकती है।
32 प्रोजेक्ट में से 24 में मौजूदा खानों का विस्तार होना है, बाकी आठ नई खानें होंगी
इन 32 परियोजनाओं में से 24 में मौजूदा खानों का विस्तार होना है, बाकी आठ नई खानें होंगी। इससे कंपनी की कोयला उत्पादन क्षमता में 19.3 करोड़ टन सालाना की बढ़ोतरी हो सकती है। कोयले की यह उत्पादन क्षमता 30.35 करोड़ टन की सैंक्शंड कैपेसिटी के अतिरिक्त होगी।
नई खानों से 2023-24 तक 8.1 करोड़ टन सालाना कोयला मिलने लगेगा
कोल इंडिया और उसकी सब्सिडियरी कंपनियों का बोर्ड उत्पादन में बढ़ोतरी को मंजूरी दे चुका है। नई खानों में उत्पादन शुरू होने पर उनसे 2023-24 तक 8.1 करोड़ टन सालाना कोयला मिलने लगेगा। कंपनी के एक सीनियर अफसर ने कहा, ‘किसी एक वित्त वर्ष में इतनी ज्यादा परियोजनाएं शुरू करने या क्षमता विस्तार करने को पहले कभी इजाजत नहीं दी गई थी।’
कोल इंडिया चाहती है कि जितने कोयले का आयात हो रहा है, उतना वह अपनी तरफ से उपलब्ध कराए। घरेलू उत्पादन में बढ़ोतरी होने से उसको इस कोशिश में बड़ी मदद मिलेगी।
32 प्रोजेक्ट में से 86.5% उत्पादन कोल इंडिया की तीन सब्सिडियरी का होगा
सालाना 19.3 करोड़ टन कैपेसिटी वाले 32 प्रोजेक्ट में 16.7 करोड़ टन यानी 86.5 % हिस्सा कोल इंडिया की तीन सब्सिडियरी- साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड, सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड और महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड का होगा।
6.35 करोड़ टन के छह प्रोजेक्ट में 18,657 करोड़ रुपए खर्च करेगा एसईसीएल
एसईसीएल अपनी 6.35 करोड़ टन की छह परियोजनाओं पर 18,657 करोड़ रुपए का खर्च करेगी। इसके अलावा ब्ब्स् 5.66 करोड़ टन सालाना उत्पादन क्षमता वाली 10 परियोनाओं पर 7,520 करोड़ रुपए निवेश करेगी।
4.7 करोड़ टन के तीन प्रोजेक्ट पर 14,057 करोड़ रुपए लगाएगा एमएसीएल
एमएसीएल 4.7 करोड़ टन सालाना उत्पादन क्षमता वाली तीन परियोजनाओं पर 14,057 करोड़ रुपए खर्च करेगा। बाकी 2.6 करोड़ टन की उत्पादन क्षमता के लिए ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड, नदर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड और वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड पैसे लगाएंगी।
रेल से ढुलाई की मजबूत व्यवस्था करने के लिए रेल लाइन बिछा रही है
कोल इंडिया ने कहा, ‘कंपनी नई पुरानी खानों से कोयले का उत्पादन शुरू करने के साथ ही जहां कोयले का उत्पादन सबसे ज्यादा हो सकता है, वहां से रेलगाड़ी से ढुलाई की मजबूत व्यवस्था करने के लिए रेल लाइन बिछाने भी काम कर रही है।’ कोयले के घरेलू उत्पादन में कोल इंडिया का हिस्सा 80ः से ज्यादा है।
खनन परियोजनाओं में लगभग 92,000 करोड़ रुपए का निवेश करेगी
कोल इंडिया ने 2023-24 तक एक अरब टन कोयले के उत्पादन का लक्ष्य हासिल करने के लिए खनन परियोजनाओं में लगभग 92,000 करोड़ रुपए का निवेश करने की योजना बनाई है। कंपनी निवेश का पैसा कोयले के खनन और उसकी ढुलाई की मजबूत व्यवस्था बनाने में लगाएगी।
506 परियोजनाओं में 1.26 लाख करोड़ लगा सकती है कोल इंडिया
कोल इंडिया इसके अलावा 506 परियोजनाओं में लगभग 1.26 लाख करोड़ रुपए लगा सकती है। इस रकम का कुछ हिस्सा कोयला खनन की परियोजनाओं के अलावा क्लीन कोयला के अलावा सोलर और थर्मल पावर और फर्टिलाइजर के क्षेत्र में डायवर्सिफिकेशन में भी लगाई जाएगी।