कोल इंडिया लिमिटेड ने सोलर एनर्जी के क्षेत्र में बड़े निवेश की तैयारी शुरू की है। कंपनी की इस ग्रीन एनर्जी योजना के तहत 2024 तक 5,650 करोड़ रुपए का निवेश कर सोलर प्लांट स्थपित किए जाएंगे। ये सोलर प्लांट सीआईएल की अनुषांगिक कंपनी क्षेत्र में लगाए जाएंगे। अभी स्थान का चयन नहीं किया गया है। कंपनी की पहले चरण में महत्वकांक्षी योजना है कि सोलर प्लांट से मिलने वाली बिजली का इस्तेमाल खदान में खनन और उत्पादन को बढ़ाने में इस्तेमाल किया जाएगा। इससे उत्पादन की लागत में कमी आएगी और खुले बाजार में सस्ता कोयला उपलब्ध होगा।
कोल इंडिया जिस वृह्द सोलर बिजली उत्पादन प्रोजेक्ट पर काम कर रही है, उसमें खर्च होने वाले 5650 करोड़ रुपये में से तकरीबन दो तिहाई रकम छतों के सोलर प्रोजेक्ट और जमीनी सोलर पावर पर खर्च किए जाएंगे। उसकी क्षमता तीन हजार मेगावाट उत्पादन की होगी। इसके अतिरिक्त जो सोलर का विस्तार किया जाएगा, उसमें एनएलसी इंडिया लिमिटेड फाइनेंस मदद करेगी। फाइनेंस कंपनी प्रोजेक्ट को उपक्रम के रूप में विकसित करेगी।
कोल इंडिया और सोलर एनर्जी कारपोरेशन ने किया समझौता
कोल इंडिया ने अपने वृह्द और महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट के लिए कई कंपनियों और संस्थानों से बातचीत और समझौता करना शुरू कर दिया है। इसके तहत कंपनी ने सबसे पहले एनटीपीसी के साथ मिलकर देश के सबसे बड़े इलेक्ट्रिसिटी जनरेटर को डेवलप करने की तैयारी की है। इसके साथ ही सोलर कारपोरेशन आफ इंडिया के साथ एक समझौता किया है। इसके जरिए एक हजार मेगावाट का सोलर प्रोजेक्ट तैयार किया जाएगा।